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आज हम इस आर्टिक्ल में लालू प्रसाद यादव के बारे मे जानने वाले हैं । लालू यादव को कौन नहीं जानता हैं जिन्हे भी राजनीति में थोड़ा भी दिलचस्पी हैं ओ व्यक्ति लालू प्रसाद यादव को नहीं जानता हो ऐसा हो ही नहीं सकता । और बिहार का तो बच्चा – बच्चा लालू प्रसाद यादव के बारे में जानता हैं । लोगो को इनके बोलने के तरीका, इनका जो बोलने का अंदाज हैं ओ बहुत पसंद आता हैं । आज हम इस आर्टिक्ल में इनके जीवनी के बारे जानने वाले हैं । जैसे लालू यादव का जन्म कब और कहाँ हुआ था ? लालू प्रसाद यादव राजनीति में कब और कैसे आए ? तो चलिये इनके बारे जानते हैं ।
लालू प्रसाद यादव का बोलने का अंदाज ।
लालू प्रसाद यादव के बोलने का अंदाज बाकी सभी राजनेताओ से हटकर हैं । इनके पास अपनी बात को कहने का एक खास अंदाज हैं । हर तीसरा चौथा आदमी लालू प्रसाद यादव का नकल करते दिख जाएगा । लालू प्रसाद यादव अपने समय में बिहार के सड़कों को हेमा मालिनी की गाल जैसी चिकनी सड़क बनाने की दावे किया करते थे । इंटरनेट पर हमेशा इनके द्वारा दिये गए भाषण वाइरल होते रहता हैं ।
लालू प्रसाद यादव जीवन परिचय [ Lalu Prasad Yadav Biography in Hindi]
लालू प्रसाद यादव का जन्म 11 जून 1948 को बिहार के गोपालगंज जिले में एक यादव परिवार में हुआ था । इनके पिता का नाम कुन्दन राय तथा इनके माता का मरछिया देवी हैं । इनके पत्नी का नाम राबरी देवी हैं । इनके दो बेटे तथा सात बेटियाँ हैं जिनके नाम हैं : तेज़ प्रताप यादव, तेजस्वी यादव, रोहिणी आचार्या, मिसा भारती, राज लक्ष्मी यादव, रागनी यादव, अनुष्का यादव, चंदा यादव तथा हेमा यादव हैं ।

पूरा नाम (Full Name) | लालू प्रसाद यादव |
प्रसिद्ध नाम (Famous Name) | लालू यादव |
जन्म दिन (Birthday) | 11 जून 1948 |
जन्म स्थान (Birthplace) | बिहार, गोपालगंज |
माता का नाम (Mother’s Name) | मरछिया देवी |
पिता का नाम (Father’s Name) | कुन्दन राय |
पत्नी का नाम (Wife’s Name) | राबरी देवी |
बच्चे का नाम (Children’s Name) | तेज़ प्रताप यादव, तेजस्वी यादव, रोहिणी आचार्या, मिसा भारती, राज लक्ष्मी यादव, रागनी यादव, अनुष्का यादव, चंदा यादव हेमा यादव |
पेशा (Profession) | राजनीतिज्ञ |
गृहानगर (Hometwon) | बिहार |
शिक्षा (Education) | पटना यूनिवर्सिटी के बीएन कॉलेज से बैचलर ऑफ लव और राजनीतिक विज्ञान में एमए की । |
भाषा का ज्ञान (Language) | भोजपुरी, हिन्दी और अँग्रेजी |
राजनीतिक पार्टी का नाम (Political Party Name) | राष्ट्रीय जनता दल (RJD) |
धर्म (Religion) | हिन्दू |
जाती (Caste) | यादव |
लालू प्रसाद यादव शिक्षा
लालू प्रसाद यादव ने अपनी स्कूल की पढ़ाई गोपालगंज से की हैं । इसके बाद उन्होने अपनी कॉलेज की पढ़ाई पटना के BN कॉलेज से की । लालू प्रसाद यादव ने लॉं में ग्रेजुएशन किया हुआ हैं । साथ ही उन्होने पोस्ट ग्रेजुएशन राजनीति शस्त्र में किया हैं । ग्रेजुएशन के दौरान उन्होने छात्र संघ के महासचिव पद पर भी काम किया । इसके बाद उन्होने पहली नौकरी बिहार के पशु चिकित्सा कॉलेज में एक क्लर्क के रूप में की थी । लेकिन उनको नौकरी रास नहीं आई और नौकरी छोड़ दी । इसके बाद वे राजनीति में कदम रखे और 1990 में बिहार के मुख्यमंत्री बन गए ।
लालू प्रसाद यादव का शादी कब हुआ था?

RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने 1 जून 1973 को राबरी देवी से शादी की थी । उस समय लालू प्रसाद यादव का उम्र 25 साल था और वही राबरी देवी उस समय मात्र 14 साल की थी । उन्होने अपने से 11 साल छोटी लड़की से शादी की थी । यह शादी लव मैरेज नहीं बल्कि अरेंज मैरेज थी । लेकिन राबरी देवी के परिवार वालों ने इस शादी का जमकर विरोध किया था । राबरी देवी के चाचा शादी के दिन भी खूब हँगामा किए थे। वे लोग चाहते थे की ये शादी न हो । दरअसल, बात यह हैं कि राबरी देवी का परिवार एक सम्पन्न परिवार था, एक बहुत ही अमीर परिवार था । वही लालू प्रसाद यादव एक बहुत ही गरीब परिवार से थे । उस वक्त लालू प्रसाद के परिवार को एक – एक पैसे कि तंगी थी । उस समय लालू का घर झोपड़ी का हुआ करता था ।
राबरी देवी के लिए लालू प्रसाद यादव का चुनाव खुद उनके पिता ने ही किया था । वे अपनी लाडली बेटी के लिए लालू से ज्यादा बेहतर और किसी को नहीं समझते थे । उन्होने विरोध कर रहे परिजनों को दो टूक जवाब दिया । और कहाँ – लड़का का परिवार भले ही गरीब हैं लेकिन लड़का बहुत ही होनहार हैं । लालू प्रसाद यादव को दहेज़ के रूप में सोना, 20 हजार रूपय नगद, पाँच बीघा जमीन और दो गाय उपहार स्वरूप दी गई थी ।
लालू प्रसाद यादव राजनीति की शुरुआत कब की ?
लालू प्रसाद यादव ने राजनीति की शुरुआत जयप्रकाश नारायण के जेपी आंदोलन से की थी । उस समय लालू प्रसाद यादव छात्र नेता हुआ करते थे, और उस समय के राजनेता सतेन्द्र नारायण सिन्हा के काफी करीबी थे । 1977 में आपातकाल के बाद लोक सभा चुनाव में लालू प्रसाद यादव को जीत मिली और पहली बार 29 साल के उम्र में लोकसभा पहुँच गए । 1980 से लेकर 1989 तक वे दो बार विधानसभा के सदस्य रहे और विपक्ष नेता के पद पर भी रहे ।
लालू प्रसाद यादव छात्र नेता के रूप में
लालू प्रसाद यादव ने साल 1970 में पटना यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स यूनियन (पुसू) के महासचिव के छात्र राजनीति में प्रवेश किया और 1973 में अध्यक्ष बने । लालू प्रसाद ने 1974 में बिहार आंदोलन, जयप्रकाश नारायण (जेपी) के नेतृत्व में अनुसूचित जाति व जनजाति तथा पिछरे लोगो के हक के लिए शामिल हो गए । पटना यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स यूनियन (पुसू) ने बिहार छात्र समिति का गठन किया । जिसने लालू प्रसाद यादव को अध्यक्ष के रूप में आंदोलन दिया था । इस आंदोलन के दौरान लालू प्रसाद यादव जनवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता के करीब आए और 1977 में लोक सभा चुनाव में छपरा से जनता पार्टी के उम्मीदवार के रूप में नामित हुये ।

बिहार के उस समय के जनता पार्टी के अध्यक्ष और बिहार के नेता सतेन्द्र नारायण सिन्हा ने उनके लिए प्रचार किया । जनता पार्टी ने भारत के इतिहास में पहली बार गैर – काँग्रेस सरकार बनाई । और मात्र 29 साल के उम्र में लालू प्रसाद यादव भारत के संसद के सबसे युवा सदस्यों में से एक बन गए । लगातार लड़ने और वैचारिक मतभेदों के कारण जनता पार्टी की सरकार गिर गई । और साल 1990 में संसद को फिर से चुनाव भंग कर दिया गया ।
लालू प्रसाद यादव पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री कब बने ?
लालू प्रसाद यादव सबसे पहले 1990 में बिहार के मुख्यमंत्री बने । इसके बाद 1995 में भी भारी बहुमत से विजयी हुए और एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री का पद संभाला । यह बात हैं 23 सितंबर साल 1990 कि जब लालू प्रसाद यादव ने राम रथ यात्रा के दौरान समस्तीपुर में लालकृष्ण आडवाणी को गिरफदार करवाया था, और खुद को एक धर्मनिरपेक्ष नेता के रूप में स्थापित किया था । 1993 में लालू प्रसाद यादव ने एक अँग्रेजी भाषा की नीति अपनाई, और स्कूल के सिलैबस में अँग्रेजी को शामिल करने और बच्चों को अँग्रेजी पढ़ाने पर जोड़ दिया । वही ठीक इसके विपरीत उस समय के उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने लालू प्रसाद यादव का विरोध करते हुए कहाँ अँग्रेजी को पाठ्यक्रम में शामिल नहीं करना चाहिए ।
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की स्थापना कब हुआ था?
लालू प्रसाद यादव ने जनता दल से अलग होकर, जुलाई 1997 में खुद की एक नयी पार्टी बना ली जिसका नाम उन्होने राष्ट्रीय जनता दल रखा । इसके बाद लालू प्रसाद यादव की गिरफ़्दारी तय हो गई । गिरफ़्दारी तय होने के बाद लालू को मुख्यमंत्री पद से इतस्तीफ़ा देना पड़ा । और उन्होने अपने मुख्यमंत्री के पद पर अपनी पत्नी राबरी देवी को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लिया । राबरी देवी को जब विश्वास मत हासिल करने में दिक्कत आई तब काँग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा ने उनका (राबरी देवी) समर्थन दे दिया ।

वर्ष 1998 में केंद्र में, अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार बनी । केंद्र में बीजेपी की सरकार बनने के बाद जब विधानसभा चुनाव हुआ तो RJD अल्पमत में आ गई । इसके बाद सात दिनों के लिए नितीश कुमार की सरकार बनी पर नितीश कुमार का जादू उस वक्त नहीं चल पाया। इसी बीच एकबार फिर राबरी देवी को बिहार का मुख्यमंत्री बनने का मौका मिल गया। और यह बिहार जैसे ऐतिहासिक भूमि का सबसे बड़ा दुर्भग्य रहा कि दो बार यहाँ की मुख्यमंत्री अनपढ़ – गवार बनी । जिंहे अपना नाम तक लिखने नहीं आता था । 2004 के लोकसभा चुनाव में लालू प्रसाद यादव एक बार फिर से “किंग मेकर” के भूमिका में सामने आए और रेलमंत्री का पद संभाला । लालू प्रसाद यादव के कार्यकाल में दशकों से घाटे में चल रही रेल एक बार फिर से फायदे में आ गई ।
भारत के सभी प्रबंधन संस्थानो के साथ – साथ दुनियाभर के बिज़नस स्कूलों में लालू प्रसाद यादव के कुशल प्रबंधन से हुए भारतीय रेलवे का कायाकल्प हो गया । जो रेलवे वर्षो से घाटे में चल रही थी, वही रेलवे इनके कार्यकाल में फायदे में आ गई । यह विषय लोगों के लिए शोध का विषय बन गया । 2005 से लालू प्रसाद यादव का राजनीतिक कैरियर का पतन शुरू हो गया । साल 2005 में इनकी पार्टी यानि की RJD बिहार विधानसभा चुनाव हर गई और साल 2009 में लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी के चार संसद ही जीत सके । इसका नतीजा यह हुआ कि लालू प्रसाद यादव को केंद्र सरकार में जगह नहीं मिल सकी । समय – समय पर लालू प्रसाद यादव के डूबती नईया को बचाने वाली काँग्रेस भी इस बार लालू को नहीं बचा सकी । इस तरह लालू प्रसाद यादव का राजनीतिक भविष्य खतरे में आ गया ।
इनके बारे में भी पढ़िए : अटल बिहारी वाजपेयी की सम्पूर्ण जीवनी
लालू प्रसाद यादव द्वारा किए गए घोटाले का समयरेखा ।

बेशक लालू प्रसाद यादव ने बिहार के लिए, देश के लिए अच्छे काम किए । लेकिन कहते हैं न इंसान चाहे कितना ही अच्छा काम क्यों न कर ले, लोग हमेशा उसके द्वारा किए गए बुरे कामों को याद रखते हैं । इंसान की सारी अच्छाई पर उसकी एक बुराई भारी पड़ जाती हैं । यह चारा घोटाला स्वतंत्र भारत के बिहार राज्य के सबसे बड़ा भ्रष्टाचार घोटाला था । जिसमे पशुओ के खिलाए जाने वाले चारा के नाम पर 950 करोड़ रूपय सरकारी खजाने से फर्जीवाड़ा करके निकाल लिए गए थे । इस घोटाले के कारण लालू प्रसाद यादव को मुख्यमंत्री पद से इतस्तीफ़ा देना पड़ा था । तो चलिए जानते हैं लालू प्रसाद यादव ने कौन – कौन से घोटाले किए और कब किए ।
1. | तारीख़ | घोटाले |
2. | 27 जनवरी 1996 में | पशुओ के चारा के नाम पर सरकारी खजाने से गलत तरीके से करोड़ो रूपए गायब कर दिया गया । |
3. | 11 मार्च 1996 | पटना उच्च न्यायालय ने चारा घोटाले के जांच के लिए सीबीआई को निर्देश दिया । |
4. | 19 मार्च 1996 | उच्चतम न्यायालय ने उच्च न्यायालय के आदेश की पुष्टि करते हुये हाइकोर्ट के बैंच को निगरानी करने को कहाँ । |
5. | 27 जुलाई 1997 | CBI ने इस मामले में RJD सुप्रीमो पर फंदा कसा । |
6. | 30 जुलाई 1997 | लालू प्रसाद यादव ने CBI अदालत के समक्ष समर्पण किया । |
7. | 19 अगस्त 1998 | लालू प्रसाद यादव और राबरी देवी की इंकम (आय) से अधिक की संपति का मामला दर्ज करवाया गया । |
8. | 4 अप्रैल 2000 | लालू प्रसाद यादव के खिलाफ आरोप पत्र दर्ज हुआ और राबरी देवी को सह – आरोपी बनाया गया । |
9. | 5 अप्रैल 2000 | लालू प्रसाद यादव और राबरी देवी का समर्पण, राबरी देवी को मिली जमानत । |
10. | 9 जून 2000 | अदालत में लालू प्रसाद यादव के खिलाफ आरोप तय किए । |
11. | अक्टूबर 2001 | सुप्रीम कोर्ट ने झारखंड के नए राज्य बनने के बाद इस मामले को नए राज्य झारखंड में ट्रांसफ़र कर दिया गया। इसके बाद लालू प्रसाद यादव ने झारखंड में आत्मसमर्पण किया। |
12. | 18 दिसम्बर 2006 | लालू प्रसाद यादव और राबरी देवी को आय से अधिक संपति रखने के मामले में क्लीन चीट दे दी गई । |
13. | 2000 से 2012 | इस मामले में 350 लोगों की गवाही भी हुई । इस दौरान इस मामले के कई गवाहो की मौत भी हो गई । |
14. | 17 मई 2012 | CBI के इस विशेष अदालत में लालू प्रसाद यादव पर कुछ और नए आरोप लगे । इसमें दिसम्बर 1995 और जनवरी 1996 के बीच दुमका कोषगार से 3 करोड़ 13 लाख रुपए की धोखाधड़ी पूर्ण निकासी भी शामिल हैं । |
15. | 17 सितंबर 2013 | चारा घोटाले मामले में रांची के विशेष अदालत ने फैसला सुरक्षित रखा । |
16. | 30 सितंबर 2013 | चारा घोटाले मामले में RJD प्रमुख लालू प्रसाद यादव दोषी साबित हुए । |
17. | 6 जनवरी 2018 | इस दिन CBI कोर्ट ने लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाले मामले में साढ़े तीन साल की सजा और पाँच लाख रुपए की जुर्माना की सजा सुनाई गई । |
लालू प्रसाद यादव की बेटियाँ और उनकी शादी ।
1. मिसा भारती जो लालू प्रसाद यादव की सबसे बड़ी बेटी हैं । इन्होंने अपनी शादी एक सॉफ्टवेर इंजीनियर शैलेश कुमार से कर ली ।
2. रोहिणी आचार्या, लालू प्रसाद यादव की दूसरी बेटी हैं । इन्होंने मई 2000 में राव समरेश सिंह से शादी कर ली ।
3. चंदा सिंह , इनकी तीसरी बेटी हैं । इन्होंने विक्रम सिंह से शादी कर ली ।
4. रागनि यादव, लालू प्रसाद यादव की चौथी बेटी हैं । इन्होंने अपनी शादी जितेंद्र यादव के बेटे राहुल यादव से कर ली । जो अब कॉंग्रेस पार्टी के सदस्य हैं ।
5. हेमा यादव, पाँचवी बेटी । इन्होंने अपनी शादी विनीत यादव से कर ली जो कि राजनीतिक परिवार से संबंध रखते हैं ।
6. अनुष्का राव, छठी बेटी । इन्होंने अपनी शादी ******
7. राजलक्ष्मी सिंह, सबसे छोटी बेटी । इन्होंने अपनी शादी मुलायम सिंह यादव के भतीजे तेजप्रताप सिंह यादव से शादी कर ली ।
इनके बारे में भी पढ़िए : इंग्लैंड के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की जीवनी
लालू प्रसाद यादव के बेटे और उनकी शादी ।
लालू प्रसाद यादव के दो बेटे हैं, बड़े बेटे का नाम तेजप्रताप यादव हैं तथा छोटे बेटे का नाम तेजस्वी यादव हैं । तेज प्रताप यादव के पत्नी का नाम ऐश्वर्या राय हैं जिनकी तलाक की मामला कोर्ट में चल रहा हैं । वही इनके छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने हाल ही में एक हरियाणवी लड़की से शादी रचा ली हैं । जिनका नाम हैं राजश्री यादव ।


लालू प्रसाद यादव किडनी ट्रांसप्लांट [ Lalu Prasad Yadav Kidney transplant]

RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का पाँच दिसम्बर को सिंगापूर में किडनी ट्रांसप्लांट हुआ । उनकी दूसरी बेटी रोहणी आचार्या ने अपने पिता को अपनी किडनी दी हैं । जैसे यह खबर बाहर आया, लोग जमकर रोहणी आचार्या की तारीफ कर रहे हैं । लोग बोल रहे हैं कि बेटी हो तो रोहणी आचार्या जैसी ।
अपने पिता को किडनी देने के बाद रोहणी आचार्या का एक ट्वीट आया । रोहणी आचार्या ने अपने ट्वीट में लिखा : अब मैं अच्छा महसूस कर रही हूँ, पापा भी ठीक हैं । आप सब के दुवाओ के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं । आप सब की प्रार्थना काम आई । मेरे पास आप सबको धन्यवाद कहने के लिए शब्द नहीं हैं । दिल के गहराइयों में आप सब के लिए ढेर सारा प्यार और सम्मान हैं । मेरे और मेरे पापा के लिए इतना सारा प्रार्थना और दुआ करने के लिए दिल के गहराइयों से धन्यवाद कहना चाहती हूँ । प्रणाम ।
लालू प्रसाद यादव की संपति [ Lalu Prasad yadav net worth]
2004 के रिपोर्ट के मुताबिक लालू प्रसाद यादव की कुल संपति 87 लाख 68 हजार रूपय थी । इनकी संपति 2009 में बढ़कर 3 करोड़ 21 लाख हो गई । यानि की 2 करोड़ 33 लाख की बढ़ोतरी हुई इनके संपति में ।
लालू प्रसाद यादव का जन्म कब हुआ था?
11 जून 1948
लालू प्रसाद यादव की शादी कब हुई थी?
RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने 1 जून 1973 को राबरी देवी से शादी की थी । उस समय लालू प्रसाद यादव का उम्र 25 साल था और वही राबरी देवी उस समय मात्र 14 साल की थी ।
लालू प्रसाद यादव की कितनी बेटियाँ हैं ।
7 । 1. मिसा भारती जो लालू प्रसाद यादव की सबसे बड़ी बेटी हैं ।
2. रोहिणी आचार्या, लालू प्रसाद यादव की दूसरी बेटी हैं ।
3. चंदा सिंह , इनकी तीसरी बेटी हैं ।
4. रागनि यादव, लालू प्रसाद यादव की चौथी बेटी हैं ।
5. हेमा यादव, पाँचवी बेटी ।
6. अनुष्का राव, छठी बेटी ।
7. राजलक्ष्मी सिंह, सबसे छोटी बेटी ।लालू प्रसाद यादव किडनी ट्रांसप्लांट
RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का पाँच दिसम्बर को सिंगापूर में किडनी ट्रांसप्लांट हुआ । उनकी दूसरी बेटी रोहणी आचार्या ने अपने पिता को अपनी किडनी दी हैं । जैसे यह खबर बाहर आया, लोग जमकर रोहणी आचार्या की तारीफ कर रहे हैं । लोग बोल रहे हैं कि बेटी हो तो रोहणी आचार्या जैसी ।