बीमा क्या है और बीमा के प्रकार। Insurance Kya Hai aur kitnane prakar ke hote hai

बीमा क्या है और बीमा के प्रकार। Insurance Kya Hai aur kitnane prakar ke hote hai

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आज की पोस्ट में हम बात करेंगे इंश्योरेंस क्या और कितने प्रकार के होते हैं? आज हर एक व्यक्ति अपने जीवन को सुरक्षित करने के लिए इंश्योरेंस प्लान जरूर खरीदा है ताकि अगर व्यक्ति को कुछ हो जाए तो उसके परिवार वालों को  वित्तीय लाभ मिल सके। इसके अलावा आप किसी भी चीज का इंसुरेंस करवा सकते हैं।

उदाहरण के तौर पर गाड़ी, घर, दुकान, कारखाना, सोना इत्यादि। ऐसे में अगर आप भी इंश्योरेंस लेना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले समझना होगा कि इंश्योरेंस कितने प्रकार के होते हैं ? अगर आप नहीं जानते हैं तो हमारा आर्टिकल पूरा जरूर पढ़े। क्योंकि आज आर्टिकल में हम आपको इंश्योरेंस के कितने प्रकार होते हैं उसके बारे में विस्तार पूर्वक आप के साथ चर्चा करेंगे आइए जानते हैं-

Insurance Kya hai (इंश्योरेंस क्या होता हैं?)

इंश्योरेंस या बीमा जिसके द्वारा कुछ शुल्क ( जिसे हम प्रीमियम के नाम से भी जानते हैं) देकर हानी का जोखिम दूसरे पक्ष ( यानि की बीमाकार अथवा बीमाकर्ता) पर डाला जा सकता हैं । आपको बता दे कि जिस पक्ष का जोखिम बीमाकार पर डाला जाता हैं उसे हम बीमाकृत कहते हैं । बता दे कि बीमाकार एक कंपनी होती हैं जो बीमाकृत के हानी या नुकसान को बांटने को तैयार रहती हैं।

बीमा आप इस बात को ऐसे समझ सकते हैं कि आज के वक्त में हमारे जीवन का कोई भी भरोसा नहीं है कि हमें कब क्या हो जाए। इसकी कोई गारंटी नहीं है ऐसे में व्यक्ति अपने जीवन को वित्तीय रूप से सुरक्षित करने के लिए बीमा खरीदता है जिससे जीवन को वित्तीय रूप से सुरक्षा मिल सके। ताकि अगर उसकी मृत्यु एक्सीडेंट में हो जाए तो उसके परिवार वालों को बीमा की राशि मिल सके आसान भाषा में समझे तो किसी भी चीज को  वित्तीय रूप से सुरक्षित करने की जो प्रक्रिया है उसे बीमा कहा जाता है

Insurance Kitne Prakar Ke Hote Hain? बीमा कितने प्रकार के होता हैं?

1.Life Insurance। लाइफ इंश्योरेंस

लाइफ इंश्योरेंस का मतलब होता है अपने जीवन को वित्तीय रूप से सुरक्षित रखना। इसका मतलब होता है कि अगर आपकी मृत्यु हो जाए तो आपके परिवार वालों को बीमा कंपनी के द्वारा अच्छा खासा पैसा मिले। ताकि उन्हें कोई भी आर्थिक दिक्कत या परेशानी का सामना करना न पड़े। क्योंकि आप लोगों को मालूम है कि आज के समय में कई ऐसे घर है जहां पर कमाने वाले एक है और उनके ऊपर ही पूरा परिवार निर्भर है। ऐसे में अगर उसे कुछ हो जाता है तो परिवार वालों की स्थिति काफी खराब हो जाती है। इसलिए हमें लाइफ इंश्योरेंस प्लान जरूर खरीदना चाहिए।

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2.Health Insurance। स्वास्थ्य बीमा

हेल्थ इंश्योरेंस का मतलब होता है स्वास्थ्य संबंधित बीमा इस प्रकार की बीमा हम तब करवाते हैं जब हमें इस बात की आशंका हो कि हमें आने वाले जीवन में कोई गंभीर बीमारी न हो जाए। क्योंकि बीमारी कभी भी आ सकती है उसका कोई निश्चित अवधि नहीं होती है कि वह नहीं आएगी। ऐसे में हमें हेल्थ इंश्योरेंस जरूर लेना चाहिए ताकि अगर कोई गंभीर बीमारी हो जाए तो उसका उपचार हम अच्छे हॉस्पिटल में आसानी से करवा सके। क्योंकि स्वास्थ्य बीमा के तहत अगर आपको कोई गंभीर बीमारी हो जाए उसका पूरा खर्चा बीमा कंपनी की तरह से उठाया जाता हैं। इस प्रकार के बीमा में प्रीमियम का भुगतान आप अपने विकल्प के अनुसार कर सकते हैं।

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3.Home Insurance। होम इंश्योरेंस

हर व्यक्ति अपने जीवन भर के कमाई से अपने सपनों का घर बननता हैं और उसे सुक्षित रखने के लिए हर संभव प्रयास करता हैं। क्योंकि आप लोगों को मालूम है कि कभी भी भूकंप, कोई भी प्रकृति आपदा आ सकती है ऐसे में अगर आपके घर को को क्षति पहुंचती है तो आप होम इंश्योरेंस के तहत बीमा कंपनी से पैसे ले सकते हैं यही वजह है कि आज अधिकांश लोग अपने घर का भी इंश्योरेंस करवा रहे हैं।

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4.Education Insurance। एजुकेशन इंश्योरेंस

आज बच्चों को एजुकेशन उपलब्ध करवाना प्रत्येक माता पिता का कर्तव्य हैं। ऐसे में आप भी अपने बच्चों को उच्च शिक्षा हासिल करवाना चाहते हैं तो आप एजुकेशन इंश्योरेंस करवा सकते हैं। इसके अंतर्गत बीमा कंपनी एजुकेशन संबंधित सभी जगतपुरा करती है और इस इंश्योरेंस को आप अपने बच्चे के नाम पर ले सकते हैं हालांकि मालिक माता-पिता होंगे।

लाइफ इंश्योरेंस कितने प्रकार के होते हैं?

लाइफ इंश्योरेंस निम्नलिखित प्रकार के होते हैं जिसका पूरा विवरण हम आपको नीचे दे रहे हैं आइए जानते हैं-:

टर्म इंश्योरेंस प्लान

जैसा कि आपको नाम से ही समझ में आ गया होगा कि इस प्रकार के बीमा निश्चित अवधि के लिए लिए जाते हैं उदाहरण के तौर पर 10 से 30 साल। इसमें अगर आप कोई भी बीमा करवाते हैं तो निश्चित अवधि के बाद ही आपको बेनिफिट मिलेगा और सबसे अहम बातें कि इसमें आपको मेच्योरिटी बेनिफिट नहीं मिलती है। इसमें प्रीमियम की राशि काफी कम होती है। इसलिए इस प्रकार के बीमा को लेना सभी लोगों के लिए आसान है और अगर इस बीमा के तहत पॉलिसी धारक की मृत्यु हो जाती है तो एक निश्चित अमाउंट घर वालों को दी जाएगी। जो इस बीमा का बेनिफिशियल होगा।

मनीबैक इंश्योरेंस पॉलिसी

मनी बैंक इंश्योरेंस पॉलिसी एंड्रोमेडा पॉलिसी है। इसमें आप पैसे इन्वेस्ट कर सकते हैं और साथ में बीमा का प्रीमियम भी। इसलिए इस प्रकार के बीमा से दुगना मुनाफा कमा सकते हैं। यहां परबोनस के साथ एश्योर्ड सम पॉलिसी टर्म के दौरान ही किस्तों में वापस किया जाता है। यहां पर आखिरी किस्त तभी आपको मिलेगी जब पॉलिसी खत्म हो जाएगी और सबसे अहम बात है कि इस पॉलिसी के दौरान अगर पुरुष धारक की मृत्यु हो जाए तो पूरा Assured sum बेनिफीशियरी को मिलता है। इस प्रकार के पॉलिसी में प्रीमियम बहुत ही ज्यादा है।

 एंडोमेंट पॉलिसी

अगर आप इस प्रकार का पॉलिसी खरीदते हैं तो आपको इसमें बीमा राशि के के अलावा पैसे भी निवेश करने पड़ेंगे और जैसे ही पॉलिसी के अधिक अवधि समाप्त होती है आपको यहां पर Assured sum  दे दिया जाएगा। ध्यान देने की बात है कि अगर पॉलिसी धारक की मृत्यु हो जाए तो कुछ निर्धारित वर्षों के एंडोमेंट पॉलिसी के तहत पॉलिसी अमाउंट की फ़ेस वैल्यू भुगतान किया जाता है। और कुछ गंभीर बीमारी में भी इसका फेस वैल्यू अमाउंट भुगतान किया जाता है।

4. सेविंग्स एंड इन्वेस्टमेंट प्लान्स

अगर आप भी लंबे समय के लिए पैसे निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं तो आप सेविंग और इन्वेस्टमेंट इंश्योरेंस प्लान में पैसे लगा सकते हैं इसमें आपके पैसे लंबे समय के लिए सुक्षित रहेंगे और आप इस पैसे से अपना कोई भी बड़ा काम कर सकते हैं। क्योंकि इसमें एक बार में अच्छा खासा पैसा आपको मिलेगा। इसके अंतर्गत आपके परिवार को एक निश्चित धनराशि राशि मिलेगी पूरी तरह से फिक्स होती है। इस प्रकार की लाइफ इंश्योरेंस कैटेगरी में ट्रेडि​शनल और यूनिल लिंक्ड दोनों तरह के प्लान्स कवर होते हैं।

5. यूलिप

इस प्लान के अंतर्गत प्रोडक्शन और निवेश दोनो है। इसमें रिटर्न कितना मिलेगा इसकी कोई गारंटी नहीं होती है। इसकी वजह है कि यूलिप में निवेश वाले शेयर को बॉन्ड या शेयर मार्केट में लगाया जाता है जो बॉन्ड और शेयर में लगाया जाता है और ऐसे में रिटर्न मार्केट के उतार-चढ़ाव पर  निर्भर करता है और यहां पर आप इस बात का भी तय कर सकते हैं कि आपको कितना पैसा शेयर या बांड में लगाना है या आपके ऊपर निर्भर है।

6.आजीवन लाइफ इंश्योरेंस

आजीवन लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी के अंतर्गत कोई भी व्यक्ति अपने जीवन को वित्तीय रूप से सुरक्षित कर सकता है और यहां पर पैसे आपको तभी मिलेंगे जब पॉलिसी धारक की मृत्यु हो जाए। पैसा नॉमिनी क्लेम के बाद ही मिलता है हालांकि लाइफ इंश्योरेंस के दर्द पैसे पाने के लिए उम्र सीमा कोई मापदंड नहीं है। यानी कहने का मतलब है कि यहां पर अगर किसी पॉलिसी धारक की मृत्यु 95 साल में हुई है तभी आप बीमा के लिए क्लेम कर सकते हैं इसीलिए इसे आजीवन लाइफ इंसुरेंस प्लान कहा जाता है। इस पॉलिसी का प्रीमियम काफी ज्यादा रहता है।

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7. चाइल्ड इंश्योरेंस पॉलिसी

चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान के अंतर्गत आप अपने बच्चे के भविष्य को सुरक्षित कर सकते हैं। इसके अंतर्गत बच्चे की शिक्षा और दूसरे प्रकार के जितने भी खर्च है उसका पूरा पैसा आपको चाइल्ड इंश्योरेंस पॉलिसी कर दिया जाएगा । ध्यान देने वाली बात है कि चाइल्ड प्लान में अगर पॉलिसी धारक की मृत्यु हो जाती है तो एकमुश्त रकम का भुगतान किया जाता है। लेकिन पॉलिसी समाप्त नहीं होती है और सबसे बड़ी बात है कि इंश्योरेंस कंपनी पॉलिसी धारक तरफ से यहां पर पैसे निवेश करना जारी करती है ताकि निश्चित अवधि के बाद बच्चे को अच्छा खासा रिटर्न मिल सके।

8. रिटायरमेंट प्लान

रिटायरमेंट प्लान के अंतर्गत कोई भी व्यक्ति पैसा निवेश कर कर अपने बुढ़ापे को सुरक्षित कर सकता है और उस दौरान उसे अच्छा खासा पैसा यहां पर मिलेगा। हालांकि इसमें लाइफ इंश्योरेंस कवर आपको नहीं किया जाएगा । यहां पर जो भी पैसे आप निवेश करेंगे उसके अनुसार ही आपको यहां पर रिटायरमेंट के समय पेंशन मिलेगा  यह भुगतान मासिक, छमाही या सालाना आधार पर हो सकता है।

FAQ

Insurance Kya hai (इंश्योरेंस क्या होता हैं?)

इंश्योरेंस या बीमा जिसके द्वारा कुछ शुल्क ( जिसे हम प्रीमियम के नाम से भी जानते हैं) देकर हानी का जोखिम दूसरे पक्ष ( यानि की बीमाकार अथवा बीमाकर्ता) पर डाला जा सकता हैं । आपको बता दे कि जिस पक्ष का जोखिम बीमाकार पर डाला जाता हैं उसे हम बीमाकृत कहते हैं । बता दे कि बीमाकार एक कंपनी होती हैं जो बीमाकृत के हानी या नुकसान को बांटने को तैयार रहती हैं।

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Vinod Paul

मेरा नाम विनोद पॉल हैं और मैं पिछले एक साल से Knowledge Folk के लिए कंटेंट राइटिंग का काम कर रहा हूँ। आपको बता दूँ कि मुझे लिखने का बहुत शौक हैं खासकर पॉलिटीशन्स के बारे में। अब ज्यादा क्या ही बताऊँ मेरे बारे में। आप कमेंट करके बता सकते हैं कि मेरे द्वारा लिखा गया आर्टिकल आपको कैसा लगता हैं।

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