आज का यह आर्टिक्ल काफी खास होने वाला हैं । आज हम इस आर्टिक्ल में शेयर मार्केट के बारे में विस्तार से जानने वाले हैं । विश्वास के साथ कह सकता हूँ, इस आर्टिक्ल को एक बार पढ़ने के बाद आपको दूसरा कोई आर्टिक्ल शेयर मार्केट के बारे नहीं पढ़ना पड़ेगा। इस आर्टिक्ल में शेयर मार्केट के बारे में हर एक जानकारी दी गई हैं । जैसे शेयर मार्केट क्या होता हैं? शेयर्स कब खरीदने चाहिए? शेयर बाजार में पैसे कैसे लगाएं? क्यों डाउन होती है शेयर मार्केट? सेंसेक्स क्या हैं? निफ्टी क्या हैं? शेयर बाजार को कैसे समझें? इस तरह की तमाम सवालों का जवाब आपको इस एक ही आर्टिक्ल में मिलने वाला हैं। इसलिए थोड़ा समय निकालकर इसे जरूर पढ़िएगा ।

शेयर मार्केट एक ऐसा मार्केट हैं जहाँ किसी भी कंपनी की शेयर खरीदी और बेची जाती हैं । शेयर मार्केट के बारे में हम सभी लोग जानते हैं कि यहां पर आप पैसे निवेश कर रातो रात करोड़पति बन सकते हैं। लेकिन अगर कोई भी व्यक्ति शुरुआती दिनों में शेयर मार्केट में पैसे लगाना चाहता है तो उसको पहले शेयर मार्केट क्या है इसके बारे में उसे जानकारी इकट्ठा करनी होगी।
तभी जाकर उसके पैसे यहां पर सुरक्षित रहेंगे क्योंकि बिना जानकारी के अगर आप पैसा यहां पर लगाते हैं तो आपके सारे पैसे डूब सकते हैं। आप रातों – रात करोड़पति बनने के जगह रोडपति बन सकते है । अगर आप भी शेयर मार्केट के बारे में कुछ भी नहीं जानते हैं तो इस आर्टिकल में हम उसके बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देंगे इसलिए आपको इस आर्टिकल को आखिर तक जरूर पढ़ना चाहिए।
शेयर मार्केट क्या है?
शेयर मार्केट एक ऐसा मार्केट है, जहां पर कंपनी के शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं। मार्केट के अनुसार शेयर के दाम में बढ़ोतरी और कमी देखी जाती है। जिसके चलते यहां कुछ लोग अधिक पैसे कमाते हैं और कुछ लोगों के पैसे यहां पर डूब जाते हैं, क्योंकि शेयर बाजार में बिना जानकारी के अगर आप पैसे लगाते हैं तो पैसे डूबने की संभावना 100% हो जाती है।
अगर आप किसी भी कंपनी के शेयर खरीदते हैं तो आप उस कंपनी में एक प्रकार से पार्टनर बन जाएंगे, यानी आप जितने रुपए के शेयर खरीदेंगे उतने प्रतिशत आप कंपनी में हिस्सेदार बन जाएंगे। प्रत्येक कंपनी की अपनी एक खुद की मार्केट वैल्यू होती है उसके अनुसार उस कंपनी के शेयर के दाम मार्केट में निर्धारित किए जाते हैं आज के इस बढ़ते हुए आधुनिकरण की दुनिया में आप घर बैठे शेयर को चंद मिनटों के अंदर खरीद और बेच सकते हैं।
शेयर बाजार के महत्व
कंपनियों के लिए लिए पैसे जुटाने का सबसे अच्छा माध्यम शेयर बाजार है।
शेयर बाजार देश की अर्थव्यवस्था में अपनी अहम भूमिका निभाता है क्योंकि इसके माध्यम से यह देश की अर्थव्यवस्था का विकास किस गति से हो रहा है उसका मापन किया जा सकता है ।
शेयर बाजार के द्वारा देश के फाइनेंसियल अवस्था पर नजर रखी जा सकती है ।
किसी भी देश की वित्तीय प्रणाली को सुचारू रूप से चलाने के लिये शेयर मार्केट काफी आवश्यक है क्योंकि इसके बिना देश के आर्थिक गति को तेजी के साथ संचालित नहीं किया जा सकता है ।
अधिक मात्रा में विदेशी निवेश प्राप्त करना जो देश के आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण कारक साबित होते हैं ।
शेयर्स कब खरीदने चाहिए?
अगर आप शेयर खरीदना चाह रहे हैं तो इसके पहले आपको शेयर मार्केट और यहां पर काम करने के तरीके के बारे में जानकारी हासिल करनी होगी तभी जाकर आप अपना पैसा यहां पर निवेश करें नहीं तो आपके मुनाफे की जगह आप को भारी नुकसान का सामना करना पड़ेगा। क्योंकि बिना नॉलेज के अगर आप यहां पर पैसे निवेश करते हैं तो पैसे डूबने की संभावना सबसे प्रबल होगी। एक बार आप को शेयर मार्केट के बारे में व्यापक जानकारी हासिल हो गई तो आप यहां पर पैसे निवेश कर मुनाफा कमा पाएंगे।
इसके अलावा जैसा कि आप लोगों को मालूम है कि शेयर बाजार में जोखिम बहुत ज्यादा होता है ऐसे में अगर आप यहां पर पैसे निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं तो आप की आर्थिक स्थिति मजबूत होनी चाहिए। अगर आपको नुकसान होता भी है तो उससे आपको कोई विशेष फर्क नहीं पड़ेगा।
एक बात का ध्यान रखिए कि आपका जैसे-जैसे यहां पर ज्ञान बढ़ेगा वैसे-वैसे आप यहां पर पैसे निवेश करने की जो सीमा है उसे बढ़ा सकते हैं ताकि आप और भी ज्यादा मुनाफा कमा सके। आप कंपनी एनालिसिस बेहतर तरीके से कर पाएं जिससे कंपनी फ्रॉड है या नही उसके अलावा उसके प्रॉफिट लॉस की खबर रहे। कंपनी का ग्रोथ ग्राफ देखकर ही आप उसपर भरोसा कर पाएंगे और उसमें अपनी पूंजी लगाने का रिस्क उठा पाएंगे जो कि बेहद ज़रूरी है।

शेयर बाजार में पैसा लगाने के लिए आपके पास डीमैट अकाउंट होना आवश्यक है तभी जाकर आप शेयर बाजार में पैसे लगा सकते हैं। यह बिल्कुल ऐसा ही है जैसा बैंक अकाउंट होता है। जब आप कोई भी शेयर खरीदेंगे तो आपका शेयर डिमैट अकाउंट में ही स्टोर किया जाता है और उस के माध्यम से आप उसे बेचकर अपने बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर पाएंगे। डिमैट अकाउंट खोलने के लिए आप नजदीकी ब्रोकर या ऑनलाइन कई प्रकार की कंपनियां आपको मिल जाएंगे जो आपको काफी कम पैसे में Demat Account खोलने का ऑफर देती हैं।
ऑनलाइन डिमैट अकाउंट कैसे खोलें (Online Demat Account Kaise Khole)

आज के समय में बिल्कुल जरूरी नहीं कि आप अपना डिमैट अकाउंट खोलवाने के लिए किसी ब्रोकर के पास जाये । यह काम आप अपने घर बैठे – बैठे अपने स्मार्टफोन से कर सकते हैं । मार्केट में ऐसा बहुत सारा App आ चुका हैं जिसके मदद से आप अपना डिमैट अकाउंट खोल सकते हैं और उसी App से किसी भी कंपनी का शेयर खरीद सकते हैं और बेच भी सकते हैं । कुछ प्रसिद्ध App का नाम बताता हूँ जैसे : Groww, upstox, Angle One etc. आप इसमें से किसी भी मोबाइल ऐप्प का इस्तेमाल करके अपना डिमैट अकाउंट ओपेन कर सकते हैं ।
डिमैट अकाउंट खोलने के लिए जरूरी डॉकयुमेंट (Documents required for a demat account)
डिमैट अकाउंट खोलने के लिए आपको कुछ डॉकयुमेंटस की जरूरत पड़ेगा । इसीलिए पहले सारे जरूरी डॉक्युमेंट्स इक्क्ठा कर ले फिर डिमैट अकाउंट खोलने के लिए बैठे ।
1. | पैन कार्ड |
2. | आधार कार्ड |
3. | बैंक अकाउंट / पासबूक और पिछले 6 महीने का बैंक स्टेटमेंट |
4. | सफ़ेद कजाग पर हस्ताक्षर करे और उसका फोटो खिचकर अपने फोन में रख ले । जब भी जरूरत पड़े तो उसे अपलोड कर दे । |
5. | एक पासवर्ड साइज़ फ़ोटो |
6. | ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी या तीन महीने पहले का बैंक स्टेटमेंट या फिर आधार कार्ड ( इसमे से कोई एक का होना जरूरी हैं ) |
हम आपको एक विडियो दे रहे जिसे देखकर आप अपना डिमैट अकाउंट खोल सकते हैं । नीचे दिए गए विडियो को ध्यान से और पूरा जरूर देखे और अपने हाथो से अपना डिमैट अकाउंट खोले ।
सपोर्ट लेवल क्या होता है?
सपोर्ट लेवल चार्ट पर दिखाई पड़ने वाला वह प्राइस पॉइंट है जहां पर कोई भी ट्रेडर्स शेयर खरीदने के मामले में मैक्सिमम डिमांड की उम्मीद रखता है यानि जब भी किसी भी कंपनी के संपत्ति की कीमत गिरती है तो उसकी वापस उछाल की संभावना बढ़ जाती है। क्योंकि आप लोगों ने देखा होगा कि जब कोई शेयर काफी तेजी के साथ नीचे जाता है तो उसे उतनी ही तेजी के साथ ऊपर की तरफ जाता है और ऐसे में उस शेयर से अधिक से अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है।
जिसके कारण इस शेयर को अधिक लोगों के द्वारा खरीदा जाता है। ऐसे में अगर आप शेयर बाजार में प्रवेश कर रहे हैं तो आप किसी भी एसेट का सपोर्ट लेवल निकालकर जान पाएंगे कि शेयर बाजार में कौन से शेयर के दाम तेजी के साथ ऊपर जा सकता हैं ।
रेज़िस्टेंस लेवल क्या होता है?
रेजिस्टेंस लेवल सपोर्ट लेवल के बिल्कुल विपरीत माना जाता है या एक प्रकार का ऐसा प्राइस पॉइंट है जहां पर स्टॉक के प्राइस ऊपर जाने की की संभावना लगभग ना के बराबर होती है जिसके परिणाम स्वरूप मार्केट में शेयर बेचने वालों की संख्या में बढ़ोतरी की जाती है।
इसके माध्यम से आप किसी भी शेयर का सही तरीके से विश्लेषण कर सकते हैं कि आने वाले दिनों में उस शेयर का भविष्य क्या हो सकता है इसके लिए आपको विशेष प्रकार के टेक्निक जैसे – रेज़िस्टेंस इंकॉर्पोरेटिंग बैंड्स, ट्रेंडलाइन्स और मूविंग एवरेजिज़ आदि इस्तेमाल करना होगा।
सपोर्ट और रेज़िस्टेंस लेवल में क्या अंतर है?
उनके बारे में जानना आवश्यक है? क्योंकि दोनों का शेयर बाजार के मार्केट में विशेष स्थान है उनका पूरा विवरण हम आपको नीचे दे रहे हैं आइए जानते हैं।
सपोर्ट लेवल कैलक्युलेशन्स
सपोर्ट प्राइस चार्ट का वह प्राइस पॉइंट होता है जहां पर खरीदार की संख्या विक्रेता के मुकाबले अधिक होती है इसलिए किसी भी शेयर की कीमत सपोर्ट प्राइस पॉइंट द्वारा ऊपर की तरफ तेजी के साथ बढ़ता है।
वही रेज़िस्टेंस प्राइज़ चार्ट का वो प्राइज़ पॉइंट होता है, जहां पर खरीदार के मुकाबले बेचने वाले लोगों की संख्या अधिक होती है। जिसके कारण शेयर के दाम तेजी के साथ नीचे की तरफ जाते हैं । अब आपको समझ में आ गया होगा कि सपोर्ट और रेज़िस्टेंस लेवल में अंतर क्या है।

शेयर मार्केट निम्नलिखित कारण से डाउन हो सकता है जिसका विवरण हम आपको नहीं से दे रहे हैं आइए जानते
1. | देश में कोई बड़ी घटना घट जाये जैसे कि आप जानते हैं 2020 कोरोना महामारी के कारण शेयर बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई थी । |
2. | अगर किसी भी देश में युद्ध की स्थिति जैसी परिस्थिति का निर्माण होता है तो ऐसे में शेयर बाजार में काफी तेजी के साथ गिरावट दर्ज की जाती है । |
3. | अगर मंदी का दौर आने की आशंका हो तो ऐसे में शेयर मार्केट में खलबली मच जाती है और निवेशक तेजी के साथ अपने पैसे शेयर मार्केट से निकालना शुरू करते हैं जिसके कारण शेयर बाजार में गिरावट भारी मात्रा में दर्ज की जाती है। |
सेंसेक्स क्या होता है? (Sensex Kya Hai?)

सेंसेक्स शेयर बाजार का एक प्रमुख बेंच मार्क है जिसकी शुरुआत 1986 में हुई थी। यह मुंबई स्टॉक एक्सचेंज का सूचक है। इसके द्वारा शेयर के दाम बढ़े हैं या घटे हैं उसकी जानकारी मिलती है क्योंकि जब अगर मुंबई स्टॉक एक्सचेंज में सेंसर के नीचे की तरफ जा रहा है तो इसका मतलब साफ है कि शेयर के दाम कम हो रहे हैं और अगर ऊपर की तरफ जा रहा है तो शेयर के दाम बढ़ रहा हैं। सेंसेक्स के ज़रिए ही हम इसमें लिस्टेड 30 सबसे बड़ी कंपनियों के प्रदर्शन की जानकारी हासिल होती हैं ।
निफ़्टी क्या होता है?(Nifty Kya Hai?)

निफ़्टी का मतलब होता है नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ़ इंडिया। इसके अंतर्गत 50 प्रमुख कपनियों को शामिल किया गया हैं और इसके माध्यम से उन कंपनियों के शेयर के दाम ऊपर या नीचे के तरफ जा रहे हैं उनका विवरण इसके माध्यम से ही प्रदर्शित किया जाता है। मुख्य रूप से NIFTY देश की 50 प्रमुख कंपनियों के शेयरों पर नज़र रखता है।
शेयर बाजार को कैसे समझें?
शेयर मार्केट के बारे में इतना कुछ जानने के बाद आप सोच रहे होंगे कि आखिर इसे समझा कैसे जाए । शेयर मार्केट को समझना ज्यादा कठिन तो नहीं पर मुश्किल भी नहीं हैं। अभी हम आपको कुछ बेहतरीन तरीके बताने वाले हैं जिसके मदद से शेयर मार्केट को समझना आसान हो जाएगा। नीचे कुछ पॉइंट दिए गए जिसका अनुसरण करके आप शेयर मार्केट को समझ सकते हैं।

खुद रिसर्च करें।
शेयर बाजार में अगर आपको सफलता प्राप्त करनी है तो आपको शेयर बाजार के विषय में व्यापक अध्ययन करना होगा और साथ में रिसर्च। तभी जाकर आप शेयर बाजार में पैसे अधिक कमा पाएंगे क्योंकि आप लोगों को मालूम है कि शेयर बाजार का जो क्षेत्र है काफी व्यापक है और बिना ज्ञान के अगर आप यहां पर पैसे लगाते हैं तो आपको भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।
लॉन्ग टर्म गोल्स पर फोकस करे ।
एक्सपर्ट के मुताबिक अगर आप किसी भी चीज में लॉन्ग टर्म के लिए पैसे निवेश करते हैं तो आपको भारी भरकम मुनाफा होने की संभावना अति प्रबल होती है इसलिए शेयर बाजार में अगर आप पैसे लगाना चाहते हैं तो आपको हमेशा लॉन्ग टर्म पैसे निवेश करना चाहिए। तभी जाकर आप अधिक मुनाफा कमा पाएंगे।
इन्वेस्टमेंट करते समय अच्छी कंपनीज़ पर दें ध्यान।
शेयर बाजार में शुरुआती दिनों में अगर आप पैसे निवेश करते हैं तो आपको सबसे पहले अच्छी कंपनियों का चयन करना होगा। आप किसी भी दूसरे व्यक्ति के बहकावे या अपने दोस्तों के सलाह पर काम ना करें बल्कि आप अपने रिसर्च और ज्ञान के बल पर सही कंपनी का चयन करें।
तभी जाकर आपके पैसे सुरक्षित रहेंगे किसी भी अच्छे कंपनी के चयन करने का सबसे अच्छा फार्मूला है कि आप उसके इन्वेस्टमेंट परफॉर्मेंस का अध्ययन करें तब आपको समझ में आ जाएगा कि उस कंपनी का शेयर बाजार में कैसा प्रदर्शन कर रहा है और उसके अनुसार ही आप वहां पर पैसे निवेश करें।
सीखने के बाद ही आगे बढ़ें।
किसी भी चीज को अगर आप सीख जाते हैं तो उसमें आपको सफलता पाने के संभावना अति प्रबल हो जाती है । शेयर बाजार सीखने का एक प्लेटफार्म है और यहां पर जितना अधिक आप सीखेंगे उतना अधिक ही आपको शेयर बाजार में आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।
इसलिए शेयर बाजार में अगर आप सफलता अर्जित करना चाहते हैं तो आपको नियमित रूप से सीखने की जो चाहत है उसे और भी ज्यादा विकसित करने की जरूरत है। तभी जाकर आपको सफलता यहां पर प्राप्त होगी और सबसे अहम बात जिस व्यक्ति के अंदर विश्लेषण करने की क्षमता सबसे अच्छी होती है ऐसे लोग शेयर बाजार को काफी अच्छी तरह से विश्लेषण करके अपने पैसे सही जगह पर निवेश कर पाते हैं इसलिए आपके अंदर विश्लेषण करने का गुण जरूर होना चाहिए। जब तक आप ये न समझलें की आप अपने सामने आने वाली परेशानियों और मुश्किल समय के लिए तैयार हैं या नहीं तब तक आगे कदम ना बढ़ाएं।

शेयर मार्केट को समझने के लिए बेस्ट किताबें
1. | टेक्निकल एनालिसिस और कैंडलस्टिक की पहचान – गाइड टू टेक्निक |
2. | शेयर मार्किट गाइड (PB) पेपरबैक |
3. | इंट्राडे ट्रेडिंग गाइड |
4. | द इन इंटेलीजेंट इन्वेस्टर |
5. | भारत का वारेन बफेट राकेश झुनझुनवाला |
शेयर मार्केटिंग पढ़ने के लिए बेस्ट इंस्टिट्यूट और कोर्सिज़
शेयर मार्केटिंग पढ़ने के लिए बेहतरीन प्रकार के इंस्टीट्यूट और कोर्सेज कहां से करें उसके बारे में अगर आप नहीं जानते हैं तो उसका विवरण हम आपको नीचे दे रहे हैं आइए जानते हैं-
NCE एकेडमी
इसके द्वारा आप निम्नलिखित प्रकार के शेयर मार्केट से संबंधित कोर्स को पूरा कर सकते हैं जिसका विवरण हम आपको नीचे दे रहे हैं-
1. | NCFM Certification |
2. | NCFM Foundation Courses |
3. | NCFM Intermediate Modules |
4. | NCFM Advanced Modules |
5. | NSE Academy’s Certified Market Professional (NCMP) Proficiency Certificate |
BSE अकादमी
1. | Certificate Program on Risk Management |
2. | Certificate Program on Stock Market |
3. | Certificate Program on Technical Analysis |
4. | -Certificate Program on Bond Market |
5. | -Certificate Program on Equity Research |
6. | -Certificate Program on Investment Banking |
Nifty ट्रेनिंग अकादमी
1. | Diploma in Technical Analysis Course/Stock Market Beginners Course |
2. | Intraday Trading Course |
3. | Advanced Technical Analysis Course |
4. | Pure Profit Course with Software |
नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ फाइनैंशियल मैनेजमेंट(NIFM)
1. | PG Diploma in Management (Financial Management) |
2. | Fellow Programmer in Management (FPM) |
3. | PG Diploma in Research Analyst |
4. | NISM Certification Preparation Module |
5. | NIFM Certified Smart Investor |
6. | NIFM Certified Technical Analyst |
नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ सेक्योरिटीज़ मार्केट (NISM) सर्टिफिकेशन
1. | National Series I: Currency Derivatives Certification Examination |
2. | National Series II A: Registrars and Transfer Agents (Corporate) Certification Examination |
3. | National Series II B: Registrars and Transfer Agents (Mutual Fund) Certification Examination |
4. | National Series III A: Securities Intermediaries Compliance (Non-Fund) Certification Examination |
5. | National Series III B: Issuers Compliance Certification Examination |
6. | National Series IV: Interest Rates Derivatives Certification Examination |
शेयर बाजार में करियर और स्कोप
शेयर बाजार में करियर और स्कोप की असीम संभावना है हम आपको उन सभी चीजों का विवरण नीचे बिंदु अनुसार देंगे आइए जानते हैं-
कैपिटल मार्केट स्पेशलिस्ट
शेयर बाजार में आप कैपिटल मार्केट में स्पष्ट रूप से इसके तौर पर काम कर सकते हैं इसका प्रमुख काम शेयर मार्केट में पूंजी निवेश करने के लिए लोगों को सही सलाह देना है। कैपिटल मार्केट स्पेशलिस्ट मैचुअल फंड और फाइनल इन्वेस्टमेंट जैसी कंपनियों में काम कर सकते हैं।
स्टॉक ब्रोकर
शेयर मार्केट में स्टॉक ब्रोकर का काम काफी अहम होता है क्योंकि स्टॉक ब्रोकर ही लोगों को इस बात की जानकारी देता है कि उन्हें किस प्रकार के शेयर को खरीदना और कब बेचना चाहिए। इसके अलावा जब आप शेयर मार्केट में पहली बार पैसा निवेश करेंगे तो आपको डिमैट अकाउंट खोलने के लिए स्टॉक ब्रोकर के पास जाना होगा। लेकिन इसे आप अपने घर पर बैठे – बैठे ही अपनी स्मार्ट फोन से खोल सकते हैं ।
सिक्योरिटी एनालिस्ट
सिक्योरिटी एनालिस्ट का काम मुख्य तौर पर लोगों को इन्वेस्टमेंट से जुड़ी हुई चीजों की सही जानकारी देना है सिक्योरिटी एनालिस्ट मुख्य तौर पर इंश्योरेंस कंपनी ब्रोकरेज फाइनैंशियल कंपनीज़ में काम करते हैं ।
मार्केटिंग एंड सेल्स रिप्रिज़ेंटेटिव्ज़
मार्केटिंग एंड सेल्स रिप्रिज़ेंटेटिव्ज़ बांड्स, इंस्टिट्यूशनल एकाउंट्स खोलने, म्यूच्यूअल फंड्स आदि की बिक्री करने का काम करते हैं ।
सिक्योरिटी रिप्रिज़ेंटेटिव्ज़
शेयर्स को खरीदने एवं बेचने से संबंधित जानकारी देने तथा नए ग्राहकों का खाता खोलने के लिए कंपनियां सिक्योरिटी रिप्रिज़ेंटेटिव्ज़ कंपनी अपने यहां काम पर रखती है ।
सेंसेक्स क्या होता है? (Sensex Kya Hai?)
सेंसेक्स शेयर बाजार का एक प्रमुख बेंच मार्क है जिसकी शुरुआत 1986 में हुई थी। यह मुंबई स्टॉक एक्सचेंज का सूचक है। इसके द्वारा शेयर के दाम बढ़े हैं या घटे हैं उसकी जानकारी मिलती है क्योंकि जब अगर मुंबई स्टॉक एक्सचेंज में सेंसर के नीचे की तरफ जा रहा है तो इसका मतलब साफ है कि शेयर के दाम कम हो रहे हैं और अगर ऊपर की तरफ जा रहा है तो शेयर के दाम बढ़ रहा हैं।
निफ़्टी क्या होता है?(Nifty Kya Hai?)
निफ़्टी का मतलब होता है नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ़ इंडिया। इसके अंतर्गत 50 प्रमुख कपनियों को शामिल किया गया हैं और इसके माध्यम से उन कंपनियों के शेयर के दाम ऊपर या नीचे के तरफ जा रहे हैं उनका विवरण इसके माध्यम से ही प्रदर्शित किया जाता है। मुख्य रूप से NIFTY देश की 50 प्रमुख कंपनियों के शेयरों पर नज़र रखता है।