सिप (SIP) के योजना फायदे (Benefits of SIP schemes)

(Benefits of SIP schemes)

SIP Yojana Benefit: आज के बदलते हुए मॉडर्न समय में हर एक व्यक्ति अपने पैसे को इन्वेस्ट करना चाहता है ताकि उसका भविष्य सुरक्षित हो सके। ऐसे में यदि आप पैसे निवेश करना चाहते हैं तो SIP Yojana के अंतर्गत अपने पैसे इन्वेस्ट कर सकते हैं।

यहां पर आप अपनी जरूरत के मुताबिक पैसे निवेश करके तगड़ा मुनाफा कमा सकते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दे की  SIP म्यूचुअल फंड में पैसे इन्वेस्टमेंट करने का एक तरीका है इसमें आप अपने मुताबिक एक निश्चित फंड योजना का चयन करता है और समय-समय पर छोटी राशि निवेश कर सकते हैं ताकि आप एक अच्छा रिटर्न प्राप्त कर सके। इसलिए आज के आर्टिकल में हम आपको Benefits of SIP schemes के विषय में पूरा डिटेल विवरण प्रदान करेंगे चलिए जानते हैं-

सिप (SIP) के योजना फायदे (Benefits of SIP schemes)
सिप (SIP) के योजना फायदे (Benefits of SIP schemes)

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SIP Kya Hai

SIP का फुल फॉर्म सिस्टमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान होता है हम आपको बता दे कि यह एक प्रकार का फाइनेंशियल योजना होता है जिसके तहत आप अपने पैसे को काफी सुरक्षित तरीके से निवेश कर  एक तगड़ा मुनाफा कमा सकते हैं। 

इसके तहत आप छोटी रकम को एक रेगुलर अंतराल के लिए निवेश करेंगे ताकि आप अपने सभी फाइनेंशियल लक्ष्य को प्राप्त कर सके सबसे महत्वपूर्ण बातें की इसमें नुकसान होने की संभावना बहुत ही कम होती है क्योंकि बाजार में  कोई भी उतार-चढ़ाव आता है तो उसके अनुसार इसकी स्थिति में भी बदलाव आपको देखने को मिलेग इससे आपकी वित्तीय स्थिति में स्थिरता बनी रहती हैं।

Benefits of SIP schemes (SIP योजना के फायदे)

Benefits of SIP schemes के बारे में हम आपको नीचे विस्तार पूर्वक जानकारी दे रहे हैं आईए जानते हैं-

  • SIP में निवेश करके अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है क्योंकि इसमें अधिक पैसे निवेश करने पर आपको अधिक रिटर्न भी मिलता है।
  • इसके अंतर्गत यदि आप पैसे निवेश कर रहे हैं और बाजार में कोई भी गिरावट आए तो आप इसे तुरंत रोक सकते हैं या स्कीम को बंद भी कर सकते हैं।
  • एसआईपी करके आप  इनकम टैक्स से छूट प्राप्त कर सकते हैं।
  • आप इसमें पैसे अपने मुताबिक निवेश कर सकते हैं।
  • आप एसआईपी  के तहत पैसे निवेश कर रहे हैं तो आप बैंकिंग ऑटोमेटिक प्रक्रिया को एक्टिवेट कर दे जिससे पैसे हर महीने अपने आप आपके बैंक से  इन्वेस्टमेंट हो जाए।
  • SIP  के द्वारा आप निवेश कर कर अपने सभी फाइनेंशियल लक्ष्य को पूरा कर सकते हैं।
  • सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान के योजना के तहत आप अपने जरूरत के मुताबिक पैसे निवेश कर कर अपने वित्तीय स्थिति को मजबूत कर सकते हैं।

Types of SIP in Hindi

रेगुलर एसआईपी: 

इसमें आपको एक नियमित राशि जमा करना होता है। यहां पर जो भी राशि आप डिपॉजिट करेंगे वह एक फिक्स इन्वेस्टमेंट होगा जो रेगुलर अवधि में ऑटोमेटिक तरीके से से संचालित होता रहेगा।

फ्लेक्सिबल एसआईपी:

इसमें आप अपने फाइनेंशियल पोजिशन और बाजार में स्थिति क्या है उसके अनुसार निवेश किए गए पैसे को बदल सकते हैं’ जिसको हम लोग फ्लेक्स एसआईपी या फ्लेक्सी एसआईपी  कहते हैं।

टॉप – अप एसआईपी:

इसमें आप एक से अधिक राशि निवेश के तौर पर जमा कर सकते हैं अगर आपके पास कोई भी करंट प्लान है तो उसे दौरान आपके पास अधिक पैसा आ जाता है तो आप अपने निवेश की राशि को यहां पर बढ़ा सकते हैं।

स्टेप – अप एसआईपी:

इसके अंदर आपको पूर्ण निश्चित अंतराल पर निवेश की गई राशि को बढ़ाना है ताकि आपको अच्छा खासा रिटर्न मिल सके।

ट्रिगर एसआईपी:

 ट्रिगर एसआईपी  के अंदर पैसे तभी लगाए जाते हैं जब कोई विशेष घटना मार्केट में घटित होती है यानी बाजार में अगर कोई भी सकारात्मक संकेत मिल रहा है तो आप इसमें पैसे निवेश कर कर तगड़ा मुनाफा कमा सकते हैं।

 परपेचुअल एसआईपी:

जैसा कि आप लोगों को मालूम है कि यदि आप किसी भी SIP प्लान में पैसे निवेश करते हैं तो उसमें आपको एक डेट भी सेलेक्ट करना होता है कि किस डेट को आपकी इन्वेस्टमेंट मैच्योर हो जाएगी ताकि आप उसे मुनाफा कमा सके परंतु इसमें आपको कोई भी डेट डालने की जरूरत नहीं है उसे ही हम लोग परपेचुअल एसआईपी कहते हैं।

मल्टी एसआईपी

इसके अंतर्गत आप एक SIP से विभिन्न फंड हाउस योजनाओं में पैसे निवेश कर कई प्रकार के रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं।

बीमा के साथ एसआईपी:

इसमें आप इंश्योरेंस और SIP दोनों के लाभ एक साथ उठा सकते हैं। यदि आपने अपना पैसा म्युचुअल फंड में निवेश किया है तो वहां पर कई प्रकार कैसे कंपनी आया है जिस पर आपको जीवन बीमा पॉलिसी का भी लाभ दिया जाता है ऐसे में आप अगर इंश्योरेंस और साथ में SIP  का बेनिफिट एक साथ उठाना चाहते हैं तो आप बीमा के साथ SIP भी करवा सकते हैं। यदि निवेश अवधि के दौरान निवेशक की अप्रत्याशित रूप से मृत्यु हो जाती है, उसका पैसा नॉमिनी को दिया जाता है।

 SIP Yojana Required Document

एसआईपी (Systematic Investment Plan) शुरू करते समय आपको निम्नलिखित प्रकार के डॉक्यूमेंट देने पड़ेंगे जिसका विवरण हम आपको नीचे दे रहे हैं-

  1. पैन कार्ड
  2. आधार कार्ड
  3. बैंक खाता डिटेल्स
  4. फ़ॉर्म 16 या सैलरी स्लिप
  5. फ़ॉर्म 26AS
  6. बैंक डिटेल्स
  7. फ़ॉर्म 80C/80D की प्रमाणित प्रतियाँ
सिप (SIP) के योजना फायदे (Benefits of SIP schemes)
सिप (SIP) के योजना फायदे (Benefits of SIP schemes)

SIP me Invest Kaise Kare in Hindi

SIP  के अंतर्गत यदि आप पैसे निवेश करना चाहते हैं तो आप किस तरीके से यहां पर पैसे निवेश करेंगे उसकी पूरी प्रक्रिया का विवरण हम आपको नीचे दे रहे हैं आए जानते हैं-

  • सबसे पहले आपको बिल्कुल सही म्युचुअल फंड का चयन करना होगा इसके लिए आपको थोड़ा सा बेहतर तरीके से मार्केट रिसर्च करनी होगी।
  • उसके बाद म्युचुअल फंड में इन्वेस्ट करने के लिए आपके अकाउंट ओपन करना होगा। अकाउंट आप किसी भी बैंक के माध्यम से कर सकते हैं जिस बैंक के द्वारा SIP  के अंतर्गत पैसे निवेश करना चाहते हैं।
  • अब आपको आवेदन पत्र अच्छी तरह से भरना होगा और सभी महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट अपलोड करने होंगे।
  • बाद में आपका अकाउंट म्युचुअल फंड में ओपन हो जाएगा फिर आपको सही SIP  स्कीम का सिलेक्शन करना होगा।
  • उसके बाद वहां पर आप ऑटोमेटिक पेमेंट फीचर्स को ऑन कर देंगे ताकि प्रत्येक महीने आपके बैंक अकाउंट से पैसे सीधे आपके SIP  स्कीम के अकाउंट में जाकर जमा हो जाए।
  • इस तरीके से SIP  स्कीम में पैसे निवेश कर सकते हैं।

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