विजय शेखर शर्मा जीवन परिचय।
हमारे जिंदगी का एक अहम् हिस्सा बन गया हैं पेटीएम। किसी भी दुकान से कोई सामान खरीदो और पेमेंट के लिए Paytm से पे करना ज्यादा उचित समझते हैं। पहले हम सब कैश में पे करते थे, और कैश एकदम आराम दे गिनना पड़ता था , अगर गिनती में गलती हो गया तो दुकानदार को देना था 2900 रुपए और दे दिया 3000 .
एक और उदहारण देता हूँ। जब भी हम किसी मॉल में कपड़ा ख़रीदने जाते थे तो वहां कपड़ो का दाम होता था 999 रूपए , 1299 रूपए , 1999 रूपए। दुकानदार को 1999 रुपए पे करने के जगह 2000 देकर चले आते थे। और ओ जो एक रूपए हमने जो एक्स्ट्रा पे कर दिए ब्लैक मनी में चला जाता था। और हमारे देश में कितने लोग होंगे 999 जगह 1000 पे कर देते होंगे , 1999 जगह 2000 रूपए पे कर होंगे। लेकिन इन सभी झंझट से मुक्त कर दिया paytm . अब किसी को भी कितना भी अमाउंट पे करना हो , अमाउंट एंटर करो और पे कर दो।
आज हम सब इस आर्टिकल में पेटीएम के फाउंडर (संस्थापक ) विजय शेखर शर्मा के जीवन के बारे में जानेंगे। लोग इनके बारे में जानना चाहते हैं , लोगो का बहुत सारा सवाल हैं जैसे विजय शेखर शर्मा कौन हैं ? विजय शेखर शर्मा ने पेटीएम की शुरुआत कब और कैसे की थी ? विजय शेखर शर्मा की कुल सम्पति कितनी हैं ? ऐसे तमाम सवालो का जवाब आज हम इसी एक आर्टिकल जानने वाले हैं। तो आप इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़िए।
विजय शेखर शर्मा कौन हैं?
विजय शेखर शर्मा एक भारतीय उद्यमी एवं पेटीएम के संस्थापक हैं। जिस पेटीएम का आप ऑनलाइन पैसे लेन-देन करने के लिए उपयोग करते हो, उसे विजय शेखर शर्मा ने ही बनाया हैं। इनका जन्म 15 जुलाई 1978 को अलीगढ़ उत्तरप्रदेश में हुआ था। इन्होंने दिल्ली के सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग कॉलेज से अपनी पढाई पूर्ण की।
नाम | विजय शेखर शर्मा |
जन्म | 15 जुलाई 1978 |
पत्नी | मृदुला शर्मा |
पेशा | बिज़नेस मैन ( founder or paytm and ceo of one97Communications LTD.) |
धर्म | सनातन (हिन्दू) |
कुल सम्पति | 110 करोड़ usd |
नागरिकता | भारतीय |
विजय शेखर शर्मा की शिक्षा।
शर्मा जी ने उच्च शिक्षा के लिए दिल्ली के कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में एडमिशन लिया। इस कॉलेज में एडमिशन लेने के बाद किसी भी चीज़ की परेशानी आई तो ओ थी अंग्रेजी। क्योंकि शर्मा जी हिंदी मेडियम के छात्र थे। इसिलए उन्हें कॉलेज में इंग्लिश के चलते एक बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा।
इस से हमसब को कुछ सीखना चाहिए। अगर शर्मा जी अन्य छात्रों की तरह अंग्रेजी न आने के चलते कॉलेज छोड़ देते , तो आज पेटीएम का निर्माण नहीं हुआ होता। इसीलिए हमें हमारे लक्ष्य को कभी भी नहीं भूलना चाहिए , चाहे उसके रास्ते में अंग्रेजी नामक राक्षस ही क्यों न खड़ा हो। हामरे देश में दुनिया के सभी देशों से अधिक टैलेंटेड लोग हैं लेकिन ओ अपने टैलेंट को कभी भी शाबित नहीं कर पाते क्योंकि उनके रास्ते में अंग्रेजी नामक राक्षस खड़ा होता हैं।
शर्मा जी मिडिल क्लास परिवार से थे , शायद इसीलिए उन्हें पैसे अहमियत पता था। शर्मा जी जब कॉलेज टाइम में पढाई कर रहे थे तब उनके दिमाग में एक आईडिया आया। तब उन्होंने अपने दोस्त के साथ मिलकर एक बिज़नेस शुरू किया।
फिर कुछ समय बाद उन्होंने अपनी कंपनी को एक अमेरिकन कंपनी लोटस इंटरवर्क्स को बेच दिया। और अपनी ही कंपनी में नौकरी करने लग गए। इस से उन्हें बहुत फायदा हुआ। तक़रीबन एक साल तक नौकरी करने के बाद , कुछ नया, कुछ अलग करने के लिए नौकरी छोड़ दी।
Vijay shekar sharma struggle story in hindi ( विजय शेखर शर्मा की संघर्ष की कहानी )
शर्मा जी नौकरी छोड़ने के बाद अपनी एक नई कंपनी की शुरुआत की थी जिसका नाम था one97 Communications. लेकिन यह कंपनी चल नहीं पाई और इस कंपनी के चलते सालभर में ही बहुत अधिक नुकसान झेलना पड़ा।
इस कंपनी के चलते शर्मा जी के हालात इतनी अधिक ख़राब हो गई थी कि बस का किराया बचने के लिए ओ पैदल चलकर जाते थे। कभी – कभी पैसे की इतनी अधिक कमी हो जाती थी कि पूरा दिन मात्र 02 कप चाय से ही काम चलना पड़ता था।
हालात इतनी ख़राब हो गई थी कि एक एक पैसे बचाने के लिए काफी मेहनत करना पड़ता था। शर्मा जी का हालात इतनी अधिक ख़राब हो गई थी कि कोई लड़की इन से शादी करने के लिए तैयार नहीं थी , तब ये अपनी आजीविका को चलाने के लिए लोगों के घर – घर जाकर कंप्यूटर रिपेयर करने का काम करने लगे।
जब बात एक – एक पैसे बचाने थी तब विजय के जीवन में छूटे पैसे ( 1, 2, 5 और 10 रूपए के सिक्के ) का भी बहुत महत्व था। तब उन्होंने एक बात नोट किया कि चाहे कोई दुकानदार हो या फिर कोई ऑटोवाला हो या फिर कोई चायवाला हो , हर जगह उन्हें छूटे पैसो के लिए भाग दौड़ कारण पड़ता था। और यही से उनके दिमाग में पेटीएम बनाने का आईडिया आया। एवं उन्होंने अपने आईडिया पर काम करना भी शुरू कर दिया। आपके जानकरी के लिए बता दे कि पेटीएम का शुरुआत 2010 में हुआ था
इनके बारे में भी पढ़िए :
Vijay Shekhar Sharma Business Career
शर्मा जी अपने कुछ कीमती समय को कोडिंग सीखने में लगा दिए। इन्होंने बिज़नेस तो कॉलेज टाइम से ही शुरू कर दिया था। इन्होंने अपने मित्र (दोस्त) के साथ मिलकर एक कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम indiasite.net वेबसाइट बनाया। जिसमे इन्वेस्टर्स ने पैसे भी लगाए थे। दो साल बाद इस कंपनी को शर्मा जी 1 मिलियन डॉलर में बेच दिया। इस 1 मिलियन डॉलर से शर्मा जी ने एक नई कंपनी खोली जिसका नाम था one97 Communications LTD.
Tuesday, 11 September 2001 इस तारीख को अमेरिका में एक भीषण हमला हुआ था जिसका प्रभाव पूरी दुनिया में देखने को मिला। इस हमले का असर मार्किट पर इतना अधिक पड़ा बड़े करोड़पति को रोडपति बनने में एक दिन का भी समय नहीं लगा। और इसका असर one97 Communications LTD. कंपनी पर भी पड़ा। फिर भी इन्होंने हार नहीं माना।
भले ही इनके सारे पैसे ख़त्म हो गए थे , कार छोड़कर बस में ट्रवेल करने लगे लेकिन इन्होंने सपना देखना कभी भी बंद नहीं किया। इनके इस जीवनी से हमसब को बहुत कुछ सीखने को मिलता हैं।
FAQ
Q. विजय शेखर शर्मा का जन्म कब और कहाँ हुआ था ?
A. 15 जुलाई 1978 को अलीगढ़ उत्तरप्रदेश में हुआ था।
Q. विजय शेखर शर्मा के पत्नी का नाम क्या है?
A. मृदुला शर्मा।
Q. पेटीएम के सीईओ का सैलरी कितना होता हैं?
A. 3.1 करोड़ पर ईयर।
Q. पेटीएम के फाउंडर (संस्थापक) का क्या नाम हैं?
A. विजय शेखर शर्मा।
Q. vijay shekhar sharma net worth
A. 110 करोड़ usd
Q. पेटीएम का ओनर(मालिक) कौन हैं?
A. one97Communications LTD.
Q. one97 Communications LTD. का सीईओ कौन हैं?
A. विजय शेखर शर्मा।