Gaganyaan Mission in Hindi: चंद्रयान-3 और आदित्य एल-1 मिशन के बाद अब गगनयान की बारी, जानिए मिशन की सारी डिटेल्स।

Gaganyaan Mission in Hindi: चंद्रयान-3 और आदित्य एल-1 मिशन के बाद अब गगनयान की बारी, जानिए मिशन की सारी डिटेल्स।
Gaganyaan Mission in Hindi

Gaganyaan Mission in Hindi: चंद्रयान-3 की सफल लाॅन्चिंग के बाद इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (इसरो) अपने दूसरे मिशन पर तेजी से काम कर रहा है। इसी बीच खबर है कि अगले सप्ताह 21 अक्टूबर को एक महत्वपूर्ण टेस्ट किया जाएगा। इसरो साल 2024 तक इस मिशन लाॅन्च करने की योजना बना रहा है। जैसे चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) के लॉन्च होने से पहले कई सवाल हमारे मन में थे। उसी तरह गगनयान मिशन के लॉन्च होने से पहले भी बहुत सारे सवाल हमारे मन में हैं। जैसे कि गगनयान मिशन कब लॉन्च होगा, इस मिशन का उद्देश्य क्या है और इसका बजट कितना होगा आदि। 

तो आज इस आर्टिकल में हम आपको Gaganyaan Mission in Hindi से जुड़ी सारी जरूरी बातें बताने वाले हैं। तो चलिए शुरु करते हैं। 

गगनयान मिशन क्या है। Gaganyaan Mission in Hindi 

इसरो गगनयान मिशन (Gaganyaan Mission) पर बहुत समय से काम कर रहा है। गगनयान मिशन का उद्देश्य पृथ्वी से 400 किलोमीटर ऊपर अंतरिक्ष में पहुंचना है। यह इसरो द्वारा साल 2024 तक 5-7 दिनों के लिए 3 सदस्य के दल को अंतरिक्ष में भेजने का एक मिशन है। बता दें कि भारतीय वायुसेना को गगनयान मिशन के लिए अंतरिक्ष यात्री चुनने का काम सौंपा गया था। चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) और आदित्य एल-1 (Aditya L-1) मिशन के बाद इसरो का गगनयान मिशन भारत के लिए बेहद खास होने वाला है।

गगनयान मिशन का उद्देश्य क्या है?

आपको बता दें कि किसी भी मिशन की लॉन्चिंग अंतरिक्ष में उस देश की शक्ति को दर्शाता है। वहीं, इसरो के अगले मिशन के कुछ उद्देश्य हैं जो नीचे बताए गए हैं: 

  • गगनयान मिशन पहला ऐसा स्वदेशी मिशन है जो भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजेगा।
  • इसके साथ ही यह मिशन लंबे समय में एक सतत इंडियन ह्यूमन स्पेश कोचिंग इंस्टिट्यूट की स्थापना भी करेगा। 
  • इसका उद्देश्य LEO को मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन की शुरुआत करने के लिए स्वदेशी क्षमता को दर्शाना है।
  • गगनयान मिशन सौर प्रणाली और उससे आगे का पता लगाने के लिए रोबोट मिशन की दिशा में तरक्की है।
  • ह्यूमन स्पेश एक्सप्लोरेशन, साइंटिस्ट एक्सप्लोरेशन और दूसरे मिशन के लिए टेक्नोलाॅजी का प्रदर्शन है। 
  • इस मिशन का उद्देश्य ग्लोबल स्पेस स्टेशन की ग्रोथ में सक्रिय रूप से मदद करने और देश के हित के लिए वैज्ञानिक प्रयोग करने की भविष्य की क्षमता भी है।

गगनयान मिशन कब लाॅन्च होगा। Gaganyaan mission launch date

सफल परीक्षण और अनक्रूड मिशन के नतीजे के मुताबिक साल 2024 के आखिर में गगनयान मिशन (Gaganyaan Mission) को लॉन्च किया जा सकता है। फिलहाल गगनयान मिशन की लॉन्चिंग को लेकर इसरो की तरफ से किसी तरह का ऑफिशियल अनाउसमेंट नहीं किया गया है। इस मिशन के लिए अंतरिक्ष यात्रियों की तैयारियां पूरी हो गई है। गगनयान मिशन की तैयारी में इसरो के चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) मिशन का अहम योगदान है। 

 गगनयान मिशन की लागत कितनी है?

आपको बता दें कि इसरो के सभी मिशन के पूरा होने में बहुत खर्चा आता है। वहीं, गगनयान मिशन की लागत INR 9,023 या करीब 10,000 करोड़ बताई गई है। गगनयान मिशन एक मुख्य राष्ट्रीय प्रयास होने वाला है। 

गगनयान मिशन कितने चरणों में पूरा होगा?

इसरो का गगनयान मिशन (Ganganyaan Mission) 3 चरणों में पूरा होगा।  इस मिशन के अन्तर्गत 3 उड़ानें कक्षा यानि कि ऑर्बिट में भेजी जाएंगी। बता दें कि इस मिशन का पहला चरण मानवरहित होगा। वहीं, इसके दूसरे चरण में रोबोट को मिशन पर भेज दिया जाएगा। पहला और दूसरा चरण पूरा होने पर और पाॅजिटिव प्रतिक्रिया मिलने पर तीसरे चरण में 3 अंतरिक्ष यात्रियों को भी भेजा जाएगा।

गगनयान मिशन की टीम में कितने लोग शामिल हैं?

भारत के पहले मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन (गगनयान)  का नेतृत्व मानव अंतरिक्ष उड़ान केंद्र (Human Space Flight Centre) द्वारा किया जा रहा है। इसके नए डायरेक्टर एम मोहन (M Mohan) हैं। 

गगनयान मिशन में टीम के साथ-साथ भारतीय समुद्री एजेंसियां- भारतीय नौसेना (Indian Navy), भारतीय सशस्त्र बल (Indian Armed Forces),भारतीय नौवहन निगम (Shipping Corporation of india), रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (DRDO), भारतीय तटरक्षक बल (Indian Coast Guard), राष्ट्रीय महासागर प्रौद्योगिकी संस्थान (National Institute of Ocean Technology), भारतीय मौसम विभाग (India Meteorological Department) भी शामिल हैं।

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गगनयान मिशन के बारे में कुछ इंटरेस्टिंग फैक्ट्स 

इतिहास में ऐसा पहली बार होगा जब भारत अपने मानवयुक्त अंतरिक्ष यान (Human spaceflight) को स्पेस में भेजेगा। इसके अलावा भारत उन 4 देशों की लिस्ट में भी शामिल हो जाएगा जिन्होंने अपने यहां से इंसान को अंतरिक्ष में भेजा है। इस मिशन के बारे में कुछ रोचक तथ्य नीचे बताए गए हैंः

  • गगनयान मिशन में एक महिला रोबोट को स्पेस में भेजा जाएगा।
  • अबतक टेस्टिंग के लिए दूसरी एजेंसियों ने जानवरों का इस्तेमाल किया था, लेकिन इसरो ने टेस्टिंग के लिए रोबोट बनाया है।
  • यह रोबोट हिंदी और इंग्लिश दोनों भाषा बोल सकता है।
  • गगनयान मिशन के तहत 3 सदस्यों के एक ग्रुप को 400 किलोमीटर की ऑर्बिट में 3 दिनों के मिशन के लिए लॉन्च किया जाएगा। 
  • बता दें कि बूस्टर इंजन जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल MkIII (GSLV Mk III) रॉकेट का हिस्सा है।
  • गगनयान मिशन की सफल लाॅन्चिग के बाद भारत एलीट क्लब ऑफ नेशंस (अमेरिका, चीन और रूस) में शामिल होने वाला है।
  • इस मिशन की लॉन्चिंग में स्वदेशी हेल्थ रिसर्च मॉड्यूल समेत बहुत से अनुसंधान मॉड्यूल के साथ 500 से ज्यादा उद्योग शामिल हैं।
  • गगनयान मिशन सोशल और टेक्नोलाॅजी डेवलपमेंट में सहायता करेगा।
  • इस मिशन में एयर ड्रॉप टेस्ट (IADT), टेस्ट व्हीकल (TV) और पैड अबॉर्ट टेस्ट (PAT) शामिल हैं। इन टेस्ट के नतीजों से पता लगेगा कि ये मिशन अंतरिक्ष यात्रियों को ले जाने के लिए कुशल है या नहीं।
  • साल 2006 में गगनयान की शुरुआती स्टडी और टेक्नोलाॅजी डेवलपमेंट का काम ऑर्बिटल व्हीकल के अन्तर्गत शुरू किया गया था।
  • गगनयान का ऑर्बिटल मॉड्यूल (OM) पृथ्वी के चक्कर लगाएगा और इसके साथ ही क्रू मॉड्यूल (CM) और सर्विस मॉड्यूल (SM) भी शामिल किए गए हैं।
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कौन है गगनयान मिशन की महिला रोबोट?

केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा है कि गगनयान की सफल टेस्टिंग के बाद महिला रोबोट व्योममित्र (Vyom Mitra) को स्पेस में भेजा जाएगा। व्योमित्र दो संस्कृत शब्द व्योम (अंतरिक्ष) और मित्र (मित्र) को मिलाकर बना है। आपको बता दें कि व्योममित्र इंसानों की तरह ही सारी एक्टिविटीज कर सकेगी। डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया है कि यदि सब कुछ ठीक रहा तो इससे आगे बढ़कर और मानव मिशन भेजे जाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाना भी उतना ही जरुरी है, जितना उन्हें भेजना।

व्योममित्र (Vyom Mitra) की खासियत यह है कि इसे मापदंडों के मुताबिक संचालित किया जा सकता है। इसके अलावा यह रोबोट अलर्ट भी भेज सकती है। यह अंतरिक्ष यात्रियों से बातचीत भी कर सकती है। यह हाफ-ह्यूमनॉइड स्पेस में ह्यूमन एक्शन को फॉलो करेगी।

Priya

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  1. Jaime Rodriguez

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