इस तरह के जानकरी के लिए हमारे टेलीग्राम चैनल को ज्वाइन जरूर करें। | Join |
आज हम इस आर्टिक्ल में उस व्यक्ति के बारे में पढ़ने वाले हैं जो 4 दशकों से अधिक समय तक एक बहुत बड़े वैज्ञानिक के रूप में देश की सेवा किया एवं 2002 से 2007 तक राष्ट्रपति के रूप में सेवा की थी । जी हाँ, आज हम इस आर्टिक्ल में उस व्यक्ति के जीवनी पढ़ने वाले हैं जिसके लिए महान शब्द भी छोटा पड़ जाता हैं । ओ व्यक्ति और कोई नही ओ डॉ एपीजे अब्दुल कलाम हैं । [Dr. APJ Abdul Kalam Biography In Hindi] । आप से अनुरोध हैं अगर आप यहाँ तक आ ही गए हैं तो इस आर्टिक्ल को यानि डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की जीवनी को पूरा पढ़कर ही जाइएगा ।
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का इतिहास एवं जीवन परिचय ।
पूरा नाम (Full Name) | डॉक्टर अवुल पाकिर जैनुल्लाब्दीन अब्दुल कलाम |
प्रसिद्ध नाम (Famous Name) | डॉ एपीजे अब्दुल कलाम |
जन्म (Birthday) | 15, अक्टूबर 1931 |
जन्म स्थान (Birth Place) | धनुषकोडी रामेश्वरम, तमिलनाडु |
माता का नाम ( Mother’s Name) | असिंमा |
पिता का नाम (Father’s Name) | जैनुल्लाब्दीन |
मृत्यु (Death) | 27 जुलाई 2015 |
राष्ट्रपति कार्यकाल(Presidential Term) | 25 जुलाई 2002 से 25 जुलाई 2007 तक |
शौक (Hobby) | किताब पढ़ना, विना बजाना । |
वैवाहिक स्थिति (Marital Status) | अविवाहित (Single) |
धर्म (Religion) | इस्लाम |
एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म और शुरुआती जीवन ।
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का 15, अक्टूबर 1931 धनुषकोडी रामेश्वरम, तमिलनाडु में एक मध्यम वर्ग के मुस्लिम परिवार में हुआ था । इनका पूरा नाम डॉक्टर अवुल पाकिर जैनुल्लाब्दीन अब्दुल कलाम हैं । इनके पिता का नाम जैनुल्लाब्दीन तथा इनके माता का नाम असिंमा । इनके पिता यानि की जैनुल्लाब्दीन मछुआरों को नाव किराय पर देने का काम करते थे । एपीजे अब्दुल कलाम के पाँच भाई एवं पाँच बहने थी। अब्दुल कलाम एक संयुक्त परिवार में रहा करते थे ।
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की शिक्षा ।
पाँच वर्ष के आयु में रामेश्वरम की पंचायत के प्राथमिकी विधालय में दीक्षा – संस्कार हुआ था । अब्दुल कलाम के शिक्षक इयादुराई सोलोमन ने कहाँ था “जीवन में सफलता तथा अनुकूल परिणाम प्राप्त करने के लिए तीव्र इच्छा, आस्था, अपेक्षा इन तीनों शक्तियों को अच्छी तरह समझ लेना” ।
पाँचवी कक्षा में पढ़ते समय उनके शिक्षक पक्षी के उड़ने के तरीके की जानकारी दे रहे थे, लेकिन जब कुछ छात्रों को अच्छे से समझ नही आया, तो उनके शिक्षक सभी छात्रों समुन्द्र के किनारे लेकर गए, जहां उड़ते हुए पक्षियों को दिखाकर अच्छे से समझाया । हवा में उड़ते इन चिड़ियो को देखकर कलाम ने पाँचवीं कक्षा में ही विमान विज्ञान में जाने का संकल्प लिया ।
अपनी प्रारम्भिक शिक्षा पूरी करने के बाद अब्दुल कलाम ने 1954 में तिरुचिरापल्ली के सेंट जोसेफ़ कॉलेज से भौतिक विज्ञान में बी. एससी (B.sc) की डिग्री प्राप्त की । इसके बाद 1955 में मद्रास चले गए । कलाम जी का सपना Fighter aircrafts का पायलट बनना था । जिसके लिए कलाम जी Institute of Technology in Aerospace Engineering से शिक्षा प्राप्त की लेकिन परीक्षा में कलाम जी को 9वां स्थान मिला जबकि आईएएफ़ ने 8 परिणाम घोषित किए । जिसके परिणामस्वरूप कलाम जी असफल हो गए ।
जब कलाम जी स्नातक की पढ़ाई पूरी कर लिए तब उनको एक प्रोजेक्ट पर काम करने का मौका मिला । जो व्यक्ति इस प्रोजेक्ट के इंचार्ज था उसने कालम जी को कड़ा निर्देश दिया कि इस प्रोजेक्ट को यानि कि इस रॉकेट के मॉडल को मात्र 3 दिन में पूरा करना हैं आपको । नहीं तो आपका स्कॉलरशिप रद्द कर दिया जाएगा ।
फिर कलाम जी ने न दिन देखी न रात, न भूख देखी न प्यास । मात्र 24 घंटे में अपने को पूरा किया और रॉकेट के मॉडल को तैयार कर दिया । प्रोजेक्ट इंचार्ज ये देखकर भौचका रह गया कि ये 1 दिन में कैसे संभव हुआ । प्रोजेक्ट इंचार्ज को विश्वास नहीं हो रहा था कि इस मॉडल को कलाम ने इतनी जल्दी कैसे बना दिया ।
एपीजे अब्दुल कलाम का वैज्ञानिक जीवन [APJ Abdul Kalam as a Scientist]
कलाम जी 1972 में भारतीय अन्तरिक्ष अनुसंधान संगठन से जुड़े थे । 1980 में कलाम जी ने रोहिणी उपग्रह (Satellite) को पृथ्वी की कक्ष के निकट स्थापित किया । इस तरह भारत अंतर्राष्ट्रीय अन्तरिक्ष क़ल्ब का सदस्य बन गया । कलाम जी ने अग्नि और पृथ्वी जैसे प्रक्षेपास्त्रों (मिसाइल) को स्वदेशी तकनीक के मदद से बनाया । कलाम जी जुलाई 1992 से 11 दिसम्बर 1999 तक रक्षा मंत्री के विज्ञान सलाहकार तथा सुरक्षा शोध और विकास विभाग के सचिव रहे ।
कलाम जी रणनीतिक प्रक्षेपास्त्र प्रणाली (Missile System) का उपयोग आग्नेयास्त्रों (firearms) के रूप में किया ठीक इसी प्रकार कलाम जी ने पोखरण में दूसरी बार परमाणु परीक्षण भी परमाणु ऊर्जा के साथ मिलाकर किया था । इस प्रकार भारत परमाणु हथियार बनाने की क्षमता में सफलता प्राप्त की । कलाम जी भारत सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार भी रह चुके हैं ।
1982 में फिर से कलाम जी इसरों (भारतीय अन्तरिक्ष अनुसंधान संगठन ) में डायरेक्टर के रूप में वापसा लौटे । वापस लौटे ही कलाम जी अपना पूरा ध्यान गाइडेड मिसाइल पर केन्द्रित किए । काफी हद तक अग्नि मिसाइल और पृथ्वी मिसाइल का सफल परीक्षण का श्रेय कलाम जी को ही जाता हैं । जुलाई 1992 में भारतीय रक्षा मंत्रालय में वैज्ञानिक सलाहकार के पद पर नियुक्त किया गया ।
एपीजे अब्दुल कलाम राष्ट्रपति कब बने [When did APJ Abdul Kalam become the President]
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम को भारतीय जनता पार्टी यानि की BJP ने और इनके समर्थक एनडीए घटक दलों ने अगले राष्ट्रपति के उम्मीदवार बनाया था । जिसका समर्थन विपक्ष पार्टी के अलावा समस्त दलों ने किया । 18 जुलाई 2002 को कलाम जी 90 प्रतिशत बहुमत द्वारा भारत का राष्ट्रपति चुन लिया गया । 25 जुलाई 2002 को संसद भवन के अशोक कक्ष में राष्ट्रपति पद की सपथ दिलाई गई ।
इस समारोह में तात्कालिक प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, उनके मंत्रिमंडल के सदस्य तथा अधिकारिगण उपस्थित थे । इनका कार्यकाल 25 जुलाई 2007 को समाप्त हुआ । आपके जानकारी के लिए बता दे कि कलाम जी अनुशासन प्रिय व्यक्ति थे । आमतौर पर मुस्लिम समुदाय मांसाहारी भोजन पसंद करते हैं लेकिन डॉ एपीजे अब्दुल कलाम एक ऐसे मुस्लिम थे जो पूर्ण रूप से शाकाहारी थे । कलाम जी को शाकाहारी भोजन अतिप्रिय था ।
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का निधन [Dr APJ Abdul Kalam passed away]
एक न एक दिन हर इंसान को मृत्यु का सामना करना पड़ता हैं ठीक इसी प्रकार इस महान आत्मा डॉ एपीजे अब्दुल कलाम को भी एक दिन मृत्यु का सामना करना पड़ा । 27 जुलाई 2015 की कलाम जी भारतीय प्रबंधन संस्थान शिलोंग में भाषण दे रहे थे जब उन्हें जोरदार दिल का दौरा पड़ा । कलाम जी बेहोश होकर वही गिर गए । लगभग 6:30 बजे गंभीर हालत में इन्हें बेथानी अस्पताल में आईसीयू में ले जया गया और ठीक दो घंटे बाद कलाम जी के मृत्यु का पुष्टि कर दिया गया ।
अस्पताल के सीईओ जॉन साइलो ने बताया कि जब कलाम जी को यहाँ लाया गया तब तक उनकी नब्ज और ब्लड प्रेशर साथ छोड़ चुके था । अपने निधन के ठीक 9 घंटे पहले कलाम जी ने ट्वीट करके बताया था कि वें शिलोंग(मेघालय) आईआईएम के लेक्चर के लिए जा रहे हैं ।
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का अंतिम संस्कार [Dr APJ Abdul Kalam’s funeral]
मृत्यु के तुरंत बाद कलाम जी के शरीर को भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर से शिलोंग से गुवाहाटी लाया गया । जहां अगले दिन यानि कि 28 जुलाई को कलाम जी के पार्थिव शरीर को भारतीय वायु सेना के विमान से दिल्ली लाया गया । हवाईअड्डे पर सुरक्षा बलो ने कलाम जी के पार्थिव शरीर को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उतारा । वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तात्कालिक राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी , दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल एवं तीनों सेनाओ के प्रमुखो ने इसकी अगवानी की और कलाम जी के पार्थिव शरीर पर पुष्प के हार अर्पित किए ।
30 जुलाई 2015 को पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के पार्थिव शरीर को पूरे सम्मान के साथ रामेश्वरम के पी करूम्बु ग्राउंड में दफ़ना दिया गया । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, तमिलनाडू के राज्यपाल, कर्नाटक, केरल के मुख्यमंत्रियों सहित 3 लाख 50 हजार से अधिक लोगों ने अंतिम संस्कार में भाग लिया था ।
इनके बारे में भी पढ़े ।
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के निधन पर गूगल ने दिखाया था काला रिबन
कलाम जी के मृत्यु पर सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरा दुनिया शोक माना रहा था । कलाम जी के निधन पर गूगल ने भी अपने होम पेज पर एक काला रिबन दिखाया था । नीचे दिये गए इमेज में आप देख सकते हैं कि गूगल किस प्रकार से कलाम जी को श्रद्धांजलि दे रहा हैं ।
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम पुरस्कार [Dr APJ Abdul Kalam Award]
सम्मान वर्ष | सम्मान / पुरस्कार का नाम | पुरस्कार देने वाली संस्था |
1981 | पद्म भूषण | भारत सरकार |
1990 | पद्म विभूष | भारत सरकार |
1994 | विशिष्ट शोधार्थी | इंस्टीट्यूट ऑफ़ डायरेक्टर्स (इण्डिया) |
1997 | भारत रत्न | भारत सरकार |
1997 | इंदिर गांधी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार | भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस |
1998 | वीर सावरकर पुरस्कार | भारत सरकार |
2000 | रामानुजन पुरस्कार | अल्वार्स शोध संस्थान, चेन्नई |
2007 | डॉक्टर ऑफ साइन्स की मानद उपाधि | वूल्वरहैंप्टन विश्वविद्यालय, यूनाईटेड किंगडम |
2007 | किंग चार्ल्स II मेडल | रॉयल सोसायटी, यूनाइटेड किंगडम |
2007 | डॉक्टर ऑफ साइन्स एण्ड टेक्नोलॉजी की मानद उपाधि | कार्नेगी मेलन विश्वविद्यालय |
2008 | डॉक्टर ऑफ साइन्स (मानद उपाधि) | अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़ |
2008 | डॉक्टर ऑफ इन्जीनियरिंग (मानद उपाधि) | नानयांग टेक्नोलॉजिकल विश्वविद्यालय, सिंगापुर |
2009 | हूवर मेडल | एम.एस.एम.ई फाउण्डेशन |
2009 | मानद डॉक्टरेट | ऑकलैंड विश्वविद्यालय |
2010 | डॉक्टर ऑफ इन्जीनियरिंग | यूनिवर्सिटी ऑफ़ वाटरलू |
2011 | आई.ई.ई.ई मानद सदस्यता | आई.ई.ई.ई |
2012 | डॉक्टर ऑफ़ लॉज़ (मानद उपाधि) | साइमन फ़्रेज़र विश्वविद्यालय |
2014 | डॉक्टर ऑफ़ साइन्स | एडिनबर्ग विश्वविद्यालय, यूनाइटेड किंगडम |
Dr APJ Abdul Kalam Motivational Quotes in Hindi
जिस दिन आपका सिग्नेचर ऑटोग्राफ में बदल जाए , उस दिन मान लीजिए आप कामयाब हो गए हैं ।
Dr APJ Abdul Kalam
आप अपना भविष्य नहीं बदल सकते , लेकिन अपने आदतों को जरूर बदल सकते हैं और निश्चित रूप से आपकी आदते आपके भविष्य को बदल देगी ।
Dr APJ Abdul Kalam
विज्ञान मानवता के लिए एक खूबसूरत तोहफा है, हमें इसे बिगाड़ना नहीं चाहिए।
Dr APJ Abdul Kalam
आइये हम अपने आज का बलिदान कर दे ताकि हमारे बच्चों का कल बेहतर हो ।
Dr APJ Abdul Kalam
छोटा लक्ष्य अपराध हैं , लक्ष्य हमेशा महान और बड़ा होना चाहिए ।
Dr APJ Abdul Kalam
इंसान को कठिनाइयों की आवश्यकता होती हैं , क्योकि सफलता के आनंद उठाने के लिए ये जरूरी हैं ।
Dr APJ Abdul Kalam
शिखर तक पहुचने के लिए ताकत चाहिए होती हैं , चाहे ओ माउंट ऐवरेस्ट का शिखर हो या आपके पेशे का ।
Dr APJ Abdul Kalam
जब तक भारत दुनिया के सामने खड़ा नही होता , तब तक कोई हमारी इज्जत नहीं करेगा । इस दुनिया में डर का कोई जगह नही हैं । ये दुनिया केवल ताकत का सम्मान करती हैं
Dr APJ Abdul Kalam
इंतजार करने वालों को उतना ही मिलता हैं जितना कोशिश करने वाले छोड़ देते हैं ।
Dr APJ Abdul Kalam
किसी विधार्थी के सबसे जरूरी विशेषताओ में से एक हैं प्रश्न पुछना । विधार्थी को प्रश्न पुछने दीजिए ।
Dr APJ Abdul Kalam
मेरे लिए नकारात्मक अनुभव जैसा कोई चीज़ नही हैं ।
Dr APJ Abdul Kalam
एपीजे अब्दुल कलाम द्वारा लिखी गई किताबे [APJ Abdul Kalam Book]
किताब का नाम (Name of Books ) | लेखक (Writer) | साल (Year) |
Wings of Fire (autobiography) | डॉ एपीजे अब्दुल कालम | 1999 |
Ignited Minds | डॉ एपीजे अब्दुल कालम | 2002 |
India 2020 | डॉ एपीजे अब्दुल कालम | 1998 |
Transcendence: My Spiritual Experiences with Pramukh Swamiji | डॉ एपीजे अब्दुल कालम | 2015 |
Target 3 Billion | डॉ एपीजे अब्दुल कालम | 2011 |
You Are Born To Blossom | डॉ एपीजे अब्दुल कालम | 2008 |
Hum Honge Kamyab (हम होंगे कामयाब) | डॉ एपीजे अब्दुल कालम | 2006 |
The Luminous Sparks | डॉ एपीजे अब्दुल कालम | 2004 |
Spirit of India | डॉ एपीजे अब्दुल कालम | 2010 |
Adamya Sahas (अदम्य साहस ) | डॉ एपीजे अब्दुल कालम | 2006 |
ए.पी.जे अब्दुल कलाम का जन्म कब और कहाँ हुआ था?
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का 15, अक्टूबर 1931 धनुषकोडी रामेश्वरम, तमिलनाडु में एक मध्यम वर्ग के मुस्लिम परिवार में हुआ था ।
ए.पी.जे अब्दुल कलाम का निधन कब और कहाँ हुआ था?
27 जुलाई 2015 की कलाम जी भारतीय प्रबंधन संस्थान शिलोंग (मेघालय) में भाषण दे रहे थे जब उन्हें जोरदार दिल का दौरा पड़ा । कलाम जी बेहोश होकर वही गिर गए । लगभग 6:30 बजे गंभीर हालत में इन्हें बेथानी अस्पताल में आईसीयू में ले जया गया और ठीक दो घंटे बाद कलाम जी के मृत्यु का पुष्टि कर दिया गया ।
ए.पी.जे अब्दुल कलाम राष्ट्रपति कब बने थे?
18 जुलाई 2002 को कलाम जी 90 प्रतिशत बहुमत द्वारा भारत का राष्ट्रपति चुन लिया गया । 25 जुलाई 2002 को संसद भवन के अशोक कक्ष में राष्ट्रपति पद की सपथ दिलाई गई । इस समारोह में तात्कालिक प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, उनके मंत्रिमंडल के सदस्य तथा अधिकारिगण उपस्थित थे । इनका कार्यकाल 25 जुलाई 2007 को समाप्त हुआ ।
ए. पी जे अब्दुल कलाम पुरस्कार
1981
पद्म भूषण
भारत सरकार
1990
पद्म विभूष
भारत सरकार
1994
विशिष्ट शोधार्थी
इंस्टीट्यूट ऑफ़ डायरेक्टर्स (इण्डिया)
1997
भारत रत्न
भारत सरकार
1997
इंदिर गांधी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार
भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस
1998
वीर सावरकर पुरस्कार
भारत सरकार
2000
रामानुजन पुरस्कार
अल्वार्स शोध संस्थान, चेन्नई
2007
डॉक्टर ऑफ साइन्स की मानद उपाधि
वूल्वरहैंप्टन विश्वविद्यालय, यूनाईटेड किंगडम
2007
किंग चार्ल्स II मेडल
रॉयल सोसायटी, यूनाइटेड किंगडम
2007
डॉक्टर ऑफ साइन्स एण्ड टेक्नोलॉजी की मानद उपाधि
कार्नेगी मेलन विश्वविद्यालय
2008
डॉक्टर ऑफ साइन्स (मानद उपाधि)
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़
2008
डॉक्टर ऑफ इन्जीनियरिंग (मानद उपाधि)
नानयांग टेक्नोलॉजिकल विश्वविद्यालय, सिंगापुर
2009
हूवर मेडल
एम.एस.एम.ई फाउण्डेशन
2009
मानद डॉक्टरेट
ऑकलैंड विश्वविद्यालय
2010
डॉक्टर ऑफ इन्जीनियरिंग
यूनिवर्सिटी ऑफ़ वाटरलू
ए.पी.जे अब्दुल कलाम का पूरा नाम
डॉक्टर अवुल पाकिर जैनुल्लाब्दीन अब्दुल कलाम
एपीजे अब्दुल कलाम को भारत रत्न कब मिला
1997
भारत रत्न
इस तरह के जानकरी के लिए हमारे टेलीग्राम चैनल को ज्वाइन जरूर करें। | Join |