शिवाजी साटम का जन्म मुंबई में 21 अप्रैल 1950 को हुआ था।

आपको बता दे कि शिवाजी एक्टिंग के दुनिया में आने से पहले सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया में कैसियर थे।

इनकी जिंदगी अच्छी खासी कट रही थी क्योकि इनकी नौकरी अच्छी चल रही थी।

शिवाजी साटम के परिवार में उनकी पत्नी अरुणा साटम और इनके बेटे अभिजीत साटम हैं।

आपको बता दे कि इनका बेटा अभिजीत साटम भी एक्टर हैं।

इसके आलावा अभिजीत फ़िल्म प्रोडूसर और डायरेक्टर भी हैं।

शिवाजी साटम ने अपने करियर की शुरुआत 1980 में रिश्ते - नाते टीवी शो से की थी।

इसके बाद ये बहुत सारे फिल्मों में भी काम किया।

जैसे वास्तव , कुरुक्षेत्र और 100 डेज जैसे फिल्म शामिल हैं।

1988 में आई मराठी टेलीविज़न शो एक शुन्य शुन्य में ACP श्रीकांत पाटकर का किरदार निभा चुके थे।

1998 में आई टेलीविज़न शो CID में फिर से ये ACP का किरदार निभाया ,

जिसमे इनके किरदार का नाम था प्रदुमन।

आपको बता दे कि CID 1998 में शुरू हुई और 2018 तक चली थी। टेलीविज़न के इतिहास में सबसे अधिक दिनों तक चलने वाला शो हैं।

ACP प्रदुमन यानि कि शिवाजी साटम की ये दो डायलॉग काफी प्रसिद्ध हुआ और आज भी हैं ,"दया दरवाजा तोड़ दो ,"कुछ तो गरबार हैं दया " ये दोनों डायलॉग आज के समाय में भी काफी प्रसिद्ध हैं।

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