image credit Tushar Singla Instagram
तुषार 2014 में आईएएस अधिकारी बने थे। आईएएस अधिकारी बनने के लिए यूपीएससी, यानी संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं में यह उनका दूसरा प्रयास था।
वह दिल्ली के एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे जिन्होंने आईएएस अधिकारी बनने के अपने सपने को पूरा करने के लिए आईएएस की परीक्षा पास की थी।
एक इंटरव्यू में जब तुषार से पूछा गया कि ओ आईएएस की परीक्षा की तयारी किस रानीति से किये और कैसे तो तुषार कुछ इस प्रकार से जवाब दिए।
मई 2013 से नवंबर 2013 तक, लेकिन तब दिसंबर 2013 से 25 जून 2014 तक पूरी तरह से खाली था।
मैं 28 जून 2014 को फिर से नोएडा आया और नवंबर 2014 तक तैयारी की। ये आखिरी पांच महीने मेरे लिए वास्तविक तैयारी का समय था।
तुषार दूसरी एटेम्पट में 86 रैंक ला कर सबको आशचर्यचकित कर दिया। UPSC में पुरे देश में 86 रैंक प्राप्त करना अपने आप में बहुत बड़ी बात हैं।
तुषार सिंगला ने इंटरव्यू में बताया कि "मैंने पहले पेपर में 85 प्रश्नों और दूसरे पेपर में 78 प्रश्नों का जवाब देने का प्रयास किया।
जाहिर है, प्रश्नों के उत्तर जानना प्रीलिम्स में सफलता की कुंजी है,
और प्रयास करने के लिए कोई आदर्श संख्या नहीं है।
जिन प्रश्नों के बारे में मुझे यकीन नहीं था, मैंने प्रयास किया, मैंने असंभव विकल्पों पर छूट दी, फिर गणना की गई अनुमान का इस्तेमाल किया कि शेष विकल्पों में से कौन सा सही हो सकता है।"
तुषार के पिता नहीं हैं ये बचपन से ही आनात हैं। ये माँ के साथ हावड़ा में
रहते है।
तुषार बचपन से ही पढाई में काफी तेज़ हैं, ये हमेशा अपने एग्जाम में सबसे अधिक अंक लाया करते थे।
ये अपने करियर को एक अच्छे मुकाम तक पहुँचना चाहते थे जहाँ किसी भी चीज़ की कमी नहीं हो।
उन्होंने इंजीनियरिंग से स्नातक की पढ़ाई की और बाद में यूपीएससी परीक्षाओं के लिए अपनी पढ़ाई जारी रखने का फैसला किया
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तुषार सिंगला जीवन परिचय