तो चलिए जान लेते हैं कि आचार्य चाणक्य ने सुबह उठकर कौन से चार काम करने को कहाँ हैं।
रात को देर से सोना और सुबह लेट से उठना आपके सेहत और भविष्य दोनों के लिए हानिकारक हैं।
सुबह के 4 बजे से साढ़े 5 बजे तक के समय को ब्रह्म मुहूर्त कहाँ जाता हैं।
जल्दी उठना और जल्दी सोना सफलता के पहली सीढ़ी हैं। सुबह उठने के बाद अपने सभी काम का प्लान बना ले कि कब आपको क्या करना हैं।
यह एक मात्र मुहावरा नहीं बल्कि आज के समय में समय का कदर करना हर कोई भूल गया हैं। इसीलिए अपने समय का हमेशा सदुयोग करे।
कभी भी किसी काम को कल पर न टाले, जिस काम को आप आज और अभी कर सकते हैं तो कल पर क्यों टालना।
सफलता पाने के लिए आपके जीवन में टाइम टेबल का होना अत्यंत आवश्यक हैं।
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि अपने सेहत से कभी भी समझौता नहीं करें, क्योंकि सेहत के होने पर बहुत सारी बीमारियां आपके शरीर में बसेरा बना लेगी।
इसीलिए सुबह उठाकर व्यायाम और ध्यान (मेडिटेशन) जरूर करना चाहिए। जिस से आपका सेहत स्वस्थ रहेगा।
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि रोगी व्यक्ति कभी भी अपने लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाता हैं। शरीर में फुर्ती होगी तभी आप काम करने में सक्षम होंगे।