लगातार आपको मिल रही हैं असफ़लता तो करे ये काम, सफलता चूमेगी कदम।

आचार्य चाणक्य ने नीतिशास्त्र के छठे अध्याय के 16वें श्लोक में सफलता के मूलमंत्र के बारे में बताया हैं।

आचार्य चाणक्य शेर का उदाहरण देते हुए बताते हैं कि जिस प्रकार शेर अपने शिकार को पकड़ने के लिए पूरी एकाग्रता के साथ प्रयास करता हैं।

 ठीक इसी प्रकार मनुष्य को अपने लक्ष्य प्राप्ति के लिए एकाग्र होकर अपने लक्ष्य पर फोकस करना चाहिए।

अगर अपने लक्ष्य से थोड़ा सा भी ध्यान भटका तो मौका हाथ से निकल जायेगा।

2. जैसा कि आप सभी अच्छी तरह से जानते हैं कि शेर अपने शिकार को दबोचने के लिए अपनी पूरी शक्ति लगा देता हैं।

ठीक उसी प्रकर इंसान को अपने लक्ष्य को पाने के लिए अपनी पूरी शक्ति लगा देना चाहिए। 

 आपको तभी सफलता मिलेगा जब आप ईमानदार होकर अपने लक्ष्य के लिए मेहनत करेंगे।

3. बहुत बार देखा गया हैं कि लोगों को सफलता तो चाहिए, लेकिन उन्हें मेहनत नहीं करना हैं। 

अपने काम के प्रति ढ़ीलापन व्यक्ति को असफलता के रास्ते पर लेकर जाती हैं। 

अगर सफलता आपको चाहिए तो मेहनत और संघर्ष आप ही को करना होगा। 

आज तक किसी को ऐसी सफलता नहीं मिली जिसके पीछे मेहनत और संधर्ष न रहा हो। 

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