1. अगर देश में कोई बड़ी घटना घटती हैं जिसके कारण शेयर मार्केट डाउन होने का चांस बढ़ जाता हैं।
जैसे 2020 के आरंभ में ही कोरोना वायरस के आने से देश, विदेश के हर चीज में बड़ा बदलवा देखने को मिला हैं।
वही, इसके चलते दुनिया भर के लगभग सभी बिज़नेस को काफ़ी नुकसान पहुँचा हैं।
ऐसे में लोग शार्ट टर्म अर्निंग के लिए अपने स्टॉक को बेच देते हैं।
2. फॉरेन इन्स्टिट्यूशन इन्वेस्टर्स इस ग्लोबल रिस्क के दौरान मुख्य रूप से एक्सचेंज ट्रेडिड फंड के द्वारा बिक्री की जाती हैं।
जिसके कारण शेयर मार्केट में भारी गिरावट देखने को मिलता हैं।
एक डेटा के अनुसार 2021 में कोरोना काल के चलते लगभग 25 हज़ार करोड़ रूपए के स्टॉक को डर के कारण बेच दिया गया।