इनका पूरा नाम मनीष कश्यप ही हैं। इनके पिता का नाम त्रिपुरारी कुमार तिवारी हैं।
इनका जन्म बिहार के पश्चिम चम्पारण जिला के डुमरिया, महनवा गावं में हुआ था।
मनीष कश्यप कुछ समय पहले एक लाइन बोले थे जो काफ़ी चर्चा में रहा था ओ लाइन कुछ इस प्रकार हैं -
बिहारी हूँ मैं, और इस बिहार में पैदा होने के लिए संघर्ष करना पड़ता हैं और जब संघर्ष करके बिहार में पैदा हो ही गए हैं तो संघर्ष करके यहाँ के सिस्टम को भी सुधार दूंगा।
मनीष ने अपनी हाई स्कूल की पढाई 2007 में पूर्ण की तथा 12वी की पढाई 2009 में पूरी की।
मनीष ने 2016 में सिविल इंजीनरिंग की डिग्री सावित्रीबाई फुले विश्वविद्यालय पुणे से प्राप्त की।
जैसा कि मनीष कश्यप को देखकर ऐसा लगता हैं कि ये बंदा सच्चाई और अच्छाई का बहुत ही बड़ा और मजबूत स्तम्भ हैं
जिसे सिर्फ हिलाने के लिए बड़े - बड़ो का पसीना छूट जायेगा खैर इस स्तम्भ को तोड़ने की बात बहुत दूर की हैं। इनका पत्रकारिता करने का तरीका नेक्स्ट लेवल का हैं।
अगर सच तक की तरह सच बोले तो आज के समय में लगभग सभी न्यूज़ एंकर नेताओं का चाटुकार हैं।
आज के समय में कोई नहीं हैं सच तक यानि कि मनीष कश्यप की तरह बिल्कुल खुल कर पत्रकारिता करने वाला।
इस देश को मनीष कश्यप की तरह पत्रकारों की जरूरत हैं, जो नेताओं का चाटुकार न बने ओ इस देश के लिए काम करे