आईएएस अंकिता मिश्रा का जन्म एक मध्यवर्गीय परिवार में हुआ था,जिनक गृहनगर गोरखपुर के रामनगर के सुरस में हैं।
अंकिता ने साल 2015 और 2016 में दो बार UPSC परीक्षा दी लेकिन दोनों बार असफल रही।
दो बार असफल होने के बाद भी अंकिता हिम्मत नहीं हारी और तीसरी एटेम्पट में 105 रैंक प्राप्त करके UPSC एग्जाम पास कर ली।
जो चार बार UPSC एग्जाम में फेल होने के बाद भी हार नहीं मानी और पांचवी बार में सफलता हासिल कर ही ली।
अक्षत को जब चौथे एटेम्पट में असफलता मिली तो उन्होंने UPSC की राह छोड़ देने का मन बना लिया।
तभी उनके तीन दोस्तों के कहे गए कुछ शब्द उनके जीवन को बदलने वाले गोल्डन वर्ड शाबित हुई।