आचार्य चाणक्य कहते हैं कि यदि व्यापर में पैसों का नुकसान हो जाए तो कभी भी दूसरों के सामने इस बाद का जिक्र नहीं करना चाहिए।
ऐसा करने से आपके विरोधी आपको कमजोर मान कर आप ही हावी हो सकते हैं और आपके चाहने वाले भी आपको बेकार समझकर आप से दुरी बना लेंगे।
ऐसे में अपने नुकसान के बारे में किसी से भी न बताए और किसी से भी अपने आर्थिक स्थिति का जिक्र न करे।
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि यदि किसी की पत्नी में अवगुण हो या किसी न किसी वजह से लड़ाई होता हो तो ये सारी बातें दूसरों के सामने नहीं कहना चाहिए।
ऐसा करने वाले व्यक्ति का समाज में छवि ख़राब हो जाता हैं। इसके साथ - साथ आपका विवाहित जीवन दूसरों के लिए मज़ाक बनकर रह जायेगा।
आचार्य चाणक्य के अनुसार यदि किसी व्यक्ति या फिर प्यार में किसी लड़की ने आपको धोखा दिया हैं तो ये बात दूसरों से कभी भी न बताए।
ऐसे लोग आपको कमज़ोर दिमाग या फिर उदार समझकर आपके साथ धोकेबाज़ी का खेल, खेल सकते हैं।
इसीलिए ऐसे बात दूसरों से बताकर अपने इज्ज़त और छवि को धूमिल न करे।