अगर आपके साथ भी कुछ ऐसा हो रहा हैं तो आचार्य चाणक्य के इन तीन बातों पर आपको अमल करना चाहिए।
आचार्य आगे कहते हैं अगर तुम्हारे पास समस्या हैं तो उसका समाधान भी सुनिश्चित हैं। इसीलिए एकाग्रचित होकर अपने समस्या का समाधान ढूढ़ो।