और चेन्नई के मद्रास स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स से मास्टर डिग्री हासिल की।
सिविल सर्विस के तैयारी के लिए इशिता राठी ने किसी कोचिंग का सहारा नहीं ली थी।
दो बार असफ़ल होने के बाद उन्हें खुद भी यकीन नहीं था कि वह इतनी अच्छी रैंक हासिल कर लेगी।
आईएएस इशिता राठी सफ़लता का श्रेय अपने माता - पिता और दोस्तों को देती हैं।
इन्हीं लोगों के हौंसले और मोटिवेशन के कारण ही वह इस मुक़ाम तक पहुँच पाई।
इशिता ने UPSC परीक्षा की तैयारी करने से पहले पूरा सिलेबस चेक की थी।
तब उन्हें अहसास हुआ कि वह वह बिना कोचिंग के सहारा लिए भी UPSC का तैयारी कर सकती हैं।
फिर इशिता ने उसी के अनुसार स्ट्रैटेजी बनाई, और पुरे जोश के साथ तैयारी में जुट गई।