जो बिना किसी प्रयास, बिना किसी संघर्ष के, शॉर्टकट तरीके से सफ़लता हासिल करता हैं ,
ओ उस इंसान से बेहतर हैं जिसने अपने मंजिल को पाने के लिए जी तोड़ मेहनत की।
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि कई लोग बिना किसी कोशिश के, बिना किसी संघर्ष के सफलता तो प्राप्त कर लेते हैं,
लेकिन बाद में उनको इसका हरजाना भी भुगतना पड़ता हैं।
क्योंकि ऐसी क़ामयाबी, इस तरह की सफ़लता खोखली होती हैं।
अपने लक्ष्य प्राप्ति के हर पड़ाव को पार कर मुक़ाम तक पहुंचने का प्रयास करता हैं।
उसकी ईमानदारी के साथ की गई मेहनत काम आती हैं ऐसे व्यक्ति हर जग़ह चर्चा होती हैं, हर कोई वाह - वाही प्राप्त करता हैं।