ये तीन बाते अपने पति को कभी न बताए, सुखी जीवन में लग जाती हैं आग

आचार्य चाणक्य के अनुसार पत्नी को कभी भी अपने पति की तुलना दूसरे पुरुष से नहीं करना चाहिए।

ऐसा करने पर पति के मान सम्मान को ठेस पहुँचती हैं और शादीशुदा जीवन में तनाव पैदा होने लगता हैं। 

और यह बात पति पर भी लागु होता हैं कि वह अपने पत्नी की तुलना किसी औरत से न करे। 

आचार्य कहते हैं पति - पत्नी को एक दूसरे के प्रति हमेशा विनम्र व्यवहार रखना चाहिए।

विनम्रता से व्यक्ति किसी के भी दिलों पर राज कर सकता हैं।

विनम्र व्यवहार क्रोध को दूर करता हैं।  जिसके कारण आपस में झगड़ा होने की संभावना बहुत ही कम होता हैं। 

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि अपने गुस्से पर नियंत्रण रखने से वैवाहिक जीवन सफल होता हैं। 

व्यक्ति जब क्रोधित होता हैं तब वह अच्छे बुरे का भेद भूल जाता हैं।

ऐसे में रिश्ते में दरार आ सकती हैं।  

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