आचार्य चाणक्य कहते हैं जो सच्चाई के रास्ते पर चलते हैं उनके जीवन में परेशानी जरूर आती हैं लेकिन भगवान उनकी नाव को डूबने नहीं देते।

अकेले खड़े रहने का साहस रखो चाहे सारी दुनिया आपके ख़िलाफ़ ही क्यों न हो।

आचार्य आगे कहते हैं कि यदि शस्त्र नहीं उठाओगे तो अपना राष्ट्र खो दोगे और शास्त्र नहीं उठाओगे तो अपना धर्म, संस्कृति खो दोगे।

कामयाब होना हैं तो आज ही आराम को छोड़ दो।

हीरे को परखना हैं अँधेरे का इंतजार करो धुप में तो कांच के टुकड़े भी चमकने लगते हैं।

धन से ज्ञान उत्तम हैं क्योंकि हमें धन की रक्षा करनी पड़ती हैं और ज्ञान हमारी रक्षा करता हैं।

दुनिया की कोई भी चीज इतनी जल्दी नहीं बदलती जितनी जल्दी इंसान की नियत और नज़रे बदल जाती हैं।

जितने वाले कभी भी बहाने नहीं बनाते और बहाने बनाने वाले कभी भी नहीं जीतते।

गलती करना बुरा नहीं हैं लेकिन उस गलती से सिख न लेना बुरा हैं।

हारे हुए की सलाह, जीते हुए का अनुभव और खुद का दिमाग इंसान को कभी भी हारने नहीं देता हैं।

शब्दों में मर्यादा रखो बोलो कम वजन ज्यादा रखो।

कड़वे सच्चाई बोल देने वाले लोग, झूठा दिलासा दिलाने वाले लोगों से लाख गुना अच्छे होते हैं। 

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