उन्हें किसी के सहारे की जरूरत नहीं होती हैं किसी न किसी माध्यम से वह अपना रास्ता खुद बना ही लेता हैं।
आज हम बात कर रहे हैं आईएएस रूचि शर्मा की जिनके ऊपर यह बात बिल्कुल फिट बैठतीं हैं।
कलेक्टर का टारगेट लेकर प्रयास करने वाली रूचि शर्मा ने जब 2014 में PSC एक्जाम दी तो उनकी रैंक 214 आई।
इसी वजह से ओ हार नहीं मानी और दूसरी बार 2015 में एग्जाम में बैठी और PSC के परीक्षा में सफलता प्राप्त की।