जिन्होंने मेडिकल छोड़कर सिविल सेवा चुना और अपने कड़ी मेहनत से आईएएस बन गई।
इसके बाद मेडिकल प्रवेश परीक्षा के तैयारी के लिए कोटा चली गई। फिर उन्होंने एम्स पटना में MBBS में एडमिशन लिया।
लगातार 2 बार प्रिलिम्स में फेल होने के अंशु को इतना तो समझ में आ गया था कि इस परीक्षा के इकोसिस्टम को समझे बिना पास नहीं किया जा सकता।
इस दौरान अंशु अलग - अलग नौकरियों में काम करते हुए UPSC परीक्षा की तैयारी की।