मनीष कश्यप को पुलिस ने क्यों गिरफ़दार किया? 

तमिलनाडू में बिहारी मज़दूरों के साथ हिंसा और मारपीट के ख़िलाफ़ भ्रामक विडियो प्रसारित करने का आरोप लगा हैं। 

घर पर कुर्की जब्ती  के करवाई शुरू होने के बाद मनीष कश्यप ने जगदीशपुर थाने में सरेंडर कर दिया ।  

बता दे कि मनीष काश्यप के घर पर बुलडोजर भी चलाया गया और घर के समान को जब्त कर लिया गया ।  

पूरे देश को पता हैं कि बिहारी मज़दूरों के साथ बिहार से बाहर क्या होता हैं,  

कभी इन्हे गुजरात से मार-पीटकर भगाया जाता हैं तो कभी महाराष्ट्र से तो कभी दिल्ली से तो कभी मणिपुर से और अब तमिलनाडू से  

लेकिन यही सच अगर कोई बिहार सरकार को दिखा दे तो उसे पकड़र कर जेल का चक्की पिसवाते हैं । 

बिहार सरकार के ऐसे करवाई से साफ स्पष्ट हो रहा हैं कि बिहार में एक बार फिर से जंगलराज की शुरुआत हो चुका हैं।  

ऐसा मैं इसलिए कह रहा हूँ कि ये बिहार पुलिस कभी आर्मी को पकड़कर पीट देती हैं तो कभी बेकसूर लोगों पर अपनी पावर दिखाती हैं। 

इतना कुछ देखने के बाद क्या कहेंगे आप यही न कि बिहार में फिर से जंगलराज आ चुका हैं।  

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