ममता ने 2021 संघ लोक सेवा आयोग UPSC ऑल इंडिया रैंक 5 हासिल की।
24 साल की ममता यादव अपने गांव में आईएएस अधिकारी बनने वाली पहली महिला हैं।
इसके बाद इनका चयन भारतीय रेलवे कार्मिक सेवा में हुआ।
इसके लिए इनका प्रशिक्षण भी आरंभ हो गया। लेकिन ममता रेलवे में काम नहीं करना चाहती थी।
ममता यादव गुरुग्राम के बसई गांव के निवासी हैं। इनके पिता का नाम अशोक यादव हैं जो कि एक निजी कंपनी में काम करते हैं।
तथा इनके माता का नाम सरोज यादव हैं जो की एक गृहणी(हाउसवाइफ) हैं।
ममता ने अपनी शिक्षा दिल्ली से पूरी की हैं और वह हिन्दू कॉलेज, दिल्ली विश्वविधालय के छात्रा भी रह चुकी हैं।
ममता ने अपनी शिक्षा दिल्ली से पूरी की हैं और वह हिन्दू कॉलेज, दिल्ली विश्वविधालय के छात्रा भी रह चुकी हैं।
एक इंटरव्यू में ममता कहती हैं कि वह 8 से 10 घंटा पढ़ाई करती थी। लेकिन इसमें कुछ न कुछ कमी थी इसीलिए वह पहली एटेम्पट में आईएएस बनने में असफल रही।
फिर अपने लक्ष्य को पाने के लिए रोज़ाना 10 से 12 घंटा सेल्फ स्टडी करने लगी, और अंत में अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल रही।