मध्यप्रदेश के इस शहर में हैं किशोर दा की समाधी। इनको खाने में दूध जलेबी था पसंद। 

मशहूर सिंगर और एक्टर किशोर कुमार के जयंती के मौके पर खंडवा जिले में गौरव दिवस मनाया जा रहा हैं।

किशोर कुमार का जन्म 4 अगस्त 1929 को मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में हुआ था।

उनकी स्कूल की शिक्षा खांडवा से ही पूरी हुई जबकि कॉलेज की शिक्षा इंदौर से की।

आपको बता दे कि किशोर कुमार का पैतृक निवास आज भी खंडवा में ही मौजूद हैं।

उनके चाहने वाले उनके याद में उनकी समाधी भी बनाई हुई हैं। जहाँ उनके चाहने वाले उन से जुड़ी यादे ताज़ा करने जाते हैं।

र तो और लोग इनके प्यार में इतने अंधे हैं उनकी पसंदीदा भोजन दूध और जलेबी भी चढ़ाते हैं।

किशोर कुमार की सम्मान पूरा देश करता हैं लेकिन ऐसे अन्धविश्वास कोई नहीं फैलाता हैं। किशोर कुमार एक साधारण इंसान थे भगवान नहीं।

आपको बता दे कि किशोर कुमार इंदौर के क्रिशचन कॉलेज से ग्रेजुएशन की हुई हैं।

किशोर कुमार को कॉलेज के कैंटीन में पोहा और जलेबी का काफी पसंद था।

किशोर कुमार कॉलेज के हॉस्टल में रहते थे।

वे अक्सर गर्ल्स हॉस्टल के खिड़की के तरफ देखकर फिल्म पड़ोसन का गाना 

"मेरे सामने वाली खिड़की में एक चाँद के टुकड़ा रहता हैं" गुनगुनाया करते थे।