कठिन समय में इस एक चीज का कभी न छोड़े साथ।

जैसा कि आप सभी जानते हैं कि आचार्य चाणक्य द्वारा बताई गई बात बुरे समय में उस दीपक की तरह काम करती हैं जो घोर अँधेरा में भी उजाला ला देता हैं। 

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि विपत्ति को अवसर में बदलो। मनुष्य को बुरे समय में कई तरह की परीक्षाएं देने पड़ते हैं।

खासकर बुरे समय में व्यक्ति को अपने साहस का परीक्षा देनी पड़ती हैं। 

आचार्य चाणक्य के अनुसार जब व्यक्ति लगातार नाकाम होता हैं तो उस कठिन समय में विपत्ति को ही अवसर में बदलना चाहिए।

इसके लिए जरुरी हैं कि शांतचित होकर अपने आप से बात करे। शांत होकर सोचने पर विपत्ति को भी अवसर में बदला जा सकता हैं।

क्योंकि जब बुरा समय आता, बड़ी चुनौतियाँ आती हैं तो अपने साथ बड़े - बड़े अवसर भी लेकर आती हैं। 

बस जरूरत हैं बुरे समय में भी ठंडे दिमाग से उनपर ध्यान देने की। 

अक्सर देखा जाता हैं कि लोग बुरे समय में अपने लक्ष्य से भटक जाते हैं। 

आचार्य कहते हैं जो मुश्किल जो मुश्किल दौर में भी अपने लक्ष्य को कभी नहीं छोड़ते, 

धैर्य और ईमानदारी के साथ अपना काम करते रहते हैं वैसे व्यक्ति जरूर कामयाब होते हैं।

इसीलिए चाहे आपके जीवन कितना भी बुरा समय क्यों न आ जाये  आपको अपने लक्ष्य से नहीं भटकना चाहिए।   

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