हम जिस आईपीएस अफसर की बात कर रहे उनका नाम हैं दिनेश एमएन। 

 राजस्थान में इनकी पहली पोस्टिंग दौसा के एसपी के रूप में हुई थी।

उसके बाद इसी पद को उन्होने जयपुर के गांधीनगर में संभाला । बता दे कि मई 2000 से लेकर 2002 तक कौरली के एसपी रहे ।

करौली में एसपी रहते हुये कुख्यात डकैतों के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन चलाया था । इस ऑपरेशन में उन्हे कामयाबी भी मिली । 

दो साल बाद सवाई माधोपुर तबादला हो गया । वहाँ 6 महीने काम करने के बाद झुंझुनू का एसपी बना दिया गया । 

 झुंझुनू में एक साल तक काम करने के बाद फिर से इनकी तबादला हुई और इन्हे उदयपुर का एसपी बनाया गया । 

उदयपुर के एसपी रहते हुए गुजरात पुलिस के साथ जाइंट ऑपरेशन में हिस्ट्रीशीटर शेहराबुद्दीन शेख मारा गया था।

इसी मामले में एसपी दिनेश एमएन को सात साल की सजा हो गई । बता दे की 2014 में इनकी रिहाई हो गई । 

रिहाई के दो साल बाद 2016 में SOG के IG बनाए गए । उनके नेतृत्व में चुरू के मालासर गाँव में आनंदपाल सिंह का एनकाउंटर हुआ । 

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