दूसरे के घर में बर्तन धोने का काम करती थी माँ, 22 के उम्र में बेटा बना आईपीएस।

22 साल के उम्र में आईपीएस बनने वाला सफीन हसन गुजरात के कणोदार गाँव के रहने वाले हैं।

सफीन हसन देश के सबसे युवा आईपीएस ऑफिसर हैं।

ट्रेंनिंग ख़त्म होने के बाद सफीन अपने गृह जिले जामनगर में पहली पोस्टिंग मिली थी। 

सफीन के माँ ने लोगों के घर में 14 साल तक बर्तन साफ करके अपने बेटे सफीन को 10वीं तक पढ़ाया। 

10वीं तक सफीन ने अपने गाँव के स्कूल से ही पढ़ाई की।

सफीन के घर के हालत को देखते हुए उनकी 11वीं और 12वीं की फ़ी माफ़ कर दी गई थी। 

11वीं और 12वीं के बाद इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला तो मिल गया लेकिन फ़ी भरने के लिए पैसे ही नहीं थे। 

तो उनके रिश्तेदारों ने फ़ी भरने काफी मदद की। 

UPSC के तैयारी के लिए दिल्ली जाने के लिए ज्यादा पैसों की जरूरत थी, 

तब उनके गाँव के हुसैन भाई और जरीन बेन ने मदद की थी।

आपको बता दे कि जून 2016 में सफीन हसन UPSC परीक्षा की तैयारी शुरू की थी। 

वर्ष 2018 में UPSC सिविल सेवा परीक्षा में 570वीं रैंक हासिल की थी।

ये सफीन का पहला प्रयास था उस समय उनका उम्र 22 साल था।