माता - पिता के पास पढ़ाने के लिए पैसे नहीं थे, फिर ऐसे बनी आईपीएस

मोहिता शर्मा बड़े संघर्ष करने के बाद आईपीएस अधिकारी बनी हैं। 

इनके माता - पिता के पास इनको पढ़ने के लिए पैसे नहीं थे। घर का आर्थिक स्थिति बहुत ही ख़राब था। घर बड़ी मुश्किल से चलता था। 

लेकिन पिता के आँखों में बेटी को बड़ा अफसर बनाने का सपना था। वही मोहिता में पिता के सपने को सच करने के जूनून था। 

मोहिता हर असुविधाओं से लड़कर यूपीएससी के तैयारी में जुट गई।

मूलरूप से हिमाचल प्रदेश की रहने वाली मोहिता शर्मा का परिवार आर्थिक रूप से बहुत ही कमजोर था। 

ऐसे में रोजगार के तलाश में पिता, परिवार के साथ दिल्ली में ही बस गए। 

मोहिता के पिता मारुती फक्ट्री में काम करते थे, सैलरी बहुत ज्यादा नहीं था। सारा पैसा घर चलाने में ही ख़त्म हो जाता था। 

लेकिन वे बेटी के पढ़ाई के साथ कोई समझौता नहीं किया। 2012 में मोहिता बी टेक की पढ़ाई पूरी की।

इसके बाद यूपीएससी को अपना लक्ष्य बनाया और इसके तैयारी में जुट गई ।

मोहिता लगातार चार बार असफल हुई लेकिन फिर भी हार नहीं मानी और उन्होंने पांचवी बार में यानि कि 2017 में UPSC एग्जाम को क्रैक कर दिया।

कम रैंक होने के कारण मोहिता को आईपीएस अधिकारी के चुन लिया गया।