इनके माता - पिता के पास इनको पढ़ने के लिए पैसे नहीं थे। घर का आर्थिक स्थिति बहुत ही ख़राब था। घर बड़ी मुश्किल से चलता था।
लेकिन पिता के आँखों में बेटी को बड़ा अफसर बनाने का सपना था। वही मोहिता में पिता के सपने को सच करने के जूनून था।
मूलरूप से हिमाचल प्रदेश की रहने वाली मोहिता शर्मा का परिवार आर्थिक रूप से बहुत ही कमजोर था।
ऐसे में रोजगार के तलाश में पिता, परिवार के साथ दिल्ली में ही बस गए।
लेकिन वे बेटी के पढ़ाई के साथ कोई समझौता नहीं किया। 2012 में मोहिता बी टेक की पढ़ाई पूरी की।
इसके बाद यूपीएससी को अपना लक्ष्य बनाया और इसके तैयारी में जुट गई ।