सुनने के शक्ति खोने के बावजूद, मात्र 23 साल के उम्र में 9वीं रैंक लाकर बनी आईएएस ऑफिसर।

सौम्या जब 16 साल की थी, तब एक दिन अचानक उन्हें सुनाई देना बंद हो गया। 

 ऐसा क्यों हुआ, आज तक किसी को इसके पीछे का कारण पता नहीं चला हैं।

सौम्या 95 प्रतिशत तक सुनने की शक्ति खो चुकी थी।

 इसके बाद सौम्या सदमें में चली गई, ये सोच - सोच कर कि अब मैं कुछ भी सुन नहीं सकती हूँ

सौम्या के लिए इस सदमें से बाहर निकना आसान नहीं था, 

लेकिन उन्होंने अपने आप को समझा ही लिया कि अब यही मेरी सच्चाई हैं कि मैं अब सुन नहीं सकती हूँ। 

हालांकि सौम्या हियरिंग ऐड की मदद से सुन पाती हैं।

सौम्या की शिक्षा

सौम्या बचपन से ही पढ़ने में काफी तेज़ थी। उन्होंने अपने स्कूल के शिक्षा समाप्त करने के बाद नेशनल लॉ कॉलेज में दाखिला ले लिया। 

 आपके जानकरी के लिए बात दे कि सौम्या मूल रूप से दिल्ली की रहने वाली हैं।

लॉ के अंतिम वर्ष में सौम्या ने यूपीएससी की तैयारी करने का फैसला लिया। 

 सौम्या ने मात्र 23 साल के उम्र में अपने कठिन परिश्रम के बदौलत यूपीएससी परीक्षा को क्रैक कर डाली। और पुरे देश भर में 9वीं रैंक ला कर सबको चौका दिया।