ऐसा क्यों हुआ, आज तक किसी को इसके पीछे का कारण पता नहीं चला हैं।
सौम्या 95 प्रतिशत तक सुनने की शक्ति खो चुकी थी।
सौम्या के लिए इस सदमें से बाहर निकना आसान नहीं था,
लेकिन उन्होंने अपने आप को समझा ही लिया कि अब यही मेरी सच्चाई हैं कि मैं अब सुन नहीं सकती हूँ।
सौम्या बचपन से ही पढ़ने में काफी तेज़ थी। उन्होंने अपने स्कूल के शिक्षा समाप्त करने के बाद नेशनल लॉ कॉलेज में दाखिला ले लिया।
आपके जानकरी के लिए बात दे कि सौम्या मूल रूप से दिल्ली की रहने वाली हैं।
सौम्या ने मात्र 23 साल के उम्र में अपने कठिन परिश्रम के बदौलत यूपीएससी परीक्षा को क्रैक कर डाली। और पुरे देश भर में 9वीं रैंक ला कर सबको चौका दिया।