4. चाणक्य नीति के अनुसार धार्मिक स्थलों पर दान करने में कभी भी कंजूसी नहीं करना चाहिए।
मंदिर और पवित्र स्थल के निर्माण के लिए हमेशा हर इंसान को अपने क्षमता के अनुसार दान करते रहना चाहिए।
मदिंरो में दान करने से न केवल भक्त एवं श्रद्धालुओं को ही बेहतर सुविधा मिलती हैं, बल्कि उसी दान से सैंकड़ो भूखे लोगों का पेट भी पलता हैं।