एक अंधी लड़की कैसे बनी सीबीएसई टॉपर।

हन्ना साइमन, Microphthalmia (माइक्रोफथल्मिया )नामक बीमारी से पीड़ित हैं, 

 यह एक ऐसी बीमारी हैं जो जन्म दोष के साथ होती हैं।

जिसके परिणामस्वरूप दोनों आँखों के असामान्य आकर के कारण वह दृष्टिबाधित हो गई। 

फिर भी, हन्ना ने साबित कर दिया कि माइक्रोफथल्मिया या कोई अन्य दिव्यांता के कारण परेशानियाँ आ सकती हैं लेकिन सफलता को रोक नहीं सकती।

 हन्ना साइमन ने अपने इसी सोच और मेहनत के कारण 500 में से 496 मार्क्स लाकर टॉपर बनी। 

हन्ना साइमन एक स्टूडेंट होने के साथ - साथ एक यूट्यूबर, सिंगर और मोटिवेशनल स्पीकर भी हैं।

दृष्टिबाधित होने के बाद भी इतनी बड़ी - बड़ी सफलता प्राप्त करना उन लोगों के लिए उदाहरण हैं जो दृष्टि होते हुए भी कुछ नहीं कर पाते हैं।

 और बेरोजगरी के नाम पर ट्रैन जलाते हैं।

बेरोजागर वही होता हैं जिसके पास कोई स्किल नहीं होता। जिसके पास कोई स्किल हैं और थोड़ी समझ तो ऐसे व्यक्ति कभी बेरोजगार रही नहीं सकता।

हन्ना साइमन से ऐसे लोगो सिखने के लिए बहुत कुछ मिल सकता हैं।