निरीश मध्यप्रदेश के बहुत ही गरीब परिवार से थे।
निरीश राजपूत सिविल सेवा के पिछले तीन प्रयासों में असफल रहे।
लेकिन सबसे बड़ी बात उन्होंने कभी हिम्मत नहीं हारी।
आपको बता दे कि निरीश आईएएस का सपना साकार करने के लिए सड़को पर अख़बार बेचने काम किया करते थे।
उन्होंने अपने स्कूल की पढ़ाई ग्वालियर के एक सरकारी स्कूल से की।