1. खुद को आइने  तरह बनाए

आधा सच और आधा झूठ रिश्तों में जहर की तरह काम करता हैं।

आचार्य के अनुसार अगर आपको वैवाहिक जीवन को खुशहाल बनना हैं तो स्वयं को आइने की तरह बनना पड़ेगा। 

इस तरह के रिश्तों में एक जैसा सोचने से ज्यादा जरुरी हैं ज्यादा जरुरी हैं कि एक साथ सोचे और समस्या पर एक साथ विचार करे, तभी उसका हल निकलेगा। 

प्यार के रिश्तो में अपने पार्टनर को बराबर की दर्जा दे। उसकी बाते भी सुने और फिर साथ मिलकर परेशानियों का निवारण करे।

2. प्रेम और समर्पण

जैसा कि आप सभी जानते हैं कि प्रेम और समर्पण हर रिश्ते की नींव होती हैं। समर्पण का मतलब हैं कि रिश्तो में व्यक्ति की कितनी भूमिका हैं।

 छोटे - छोटे त्याग ही लव लाइफ  वैवाहिक जीवन को सफल बनाते हैं। 

 जो लोग रिश्ते में तुम और मैं जैसे शब्द को दरकिनार कर देते हैं वैसे लोग रिलेशनशिप को बखूबी निभाते हैं।ऐसे रिश्ते में दुःख तकलीफ की गुंजाइस न क बराबर होती हैं। 

3. अपने निर्णय न थोपे।

प्रेम जिस नींव पर टिकी होती हैं उसका नाम हैं भरोसा। अगर किसी रिश्ते में भरोसा नहीं हैं तो वह अधिक समय तक नहीं टिक सकता।

जो व्यक्ति अपने जीवन साथी को उसके खुद के अनुसार जीने की आज़ादी देते हैं, वैसे व्यक्ति का रिश्ता हमेशा सफल होता हैं।  

जो व्यक्ति अपना निर्णय अपने पार्टनर पर नहीं थोपता वह हमेशा प्रेम संबंध में सुखी रहता हैं। 

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