जब दुनिया तकनीकी प्रगति के बल पर असमना छु रही थी, तब भारत के आबादी का एक बड़ा हिस्सा तीन वक्त भर-पेट खाना भी नहीं खा पता था ।  

ऐसे विश्वस्तरीय संस्थान सेटेलाइट, स्पेस प्रोग्राम, परमाणु परीक्षण जैसी बाते बहुत दूर की लगती थी । 

पर कुछ साहसी युगपुरुषों ने यह कर के दिखाया । 

पूरी दुनिया ने उनका लोहा माना, लेकिन आज 50 साल बाद उनका ही देश उन्हे भूल गया । 

आज ऐसे ही एक युग पुरुष का जन्मदिन हैं । 

हम बात कर रहे हैं  - श्री विक्रम साराभाई की ।  

12 अगस्त 1919 को एक गुजराती औद्योगिक परिवार में जन्म हुआ ।  

बचपन से उन्हे पढ़ने के साथ - साथ प्रयोग करना बहुत पसंद था । 

वे केवल 15 साल के थे तब ही उन्होने दो इंजीनियर के मदद से एक ट्रेन इंजिन का वर्किंग मॉडल बनाया । 

इतना बड़ा जिस पर के बच्चा भी बैठ कर घूम सके । 

लेकिन अफसोस कि जिसने देश के लिए इतना कुछ किया, आज उनका जन्मदिन तक किसी को याद नहीं रहता ।  

पढे एपीजे अब्दुल कलाम की जीवनी