103 डिग्री था बुखार, कोविड का भी था शिकार, फिर भी दिया एग्जाम और बन गया आईएएस अधिकारी।

कहते हैं न "डर की नवका पार नहीं होती, हिम्मत करने वाले कि हर नहीं होती" इस बात को साबित कर के दिखाया हैं उत्तर प्रदेश के जिले भदोही के रहने वाले गौरव पाण्डेय ने।

परीक्षा के दौरान स्वास्थ्य ख़राब होने के बावजूद भी गौरव पीछे नहीं हटे। इसीसाल यानि की 2022 में जारी किये गए UPSC में इनका रैंक 168वीं था।

गौरव ने बताया कि जनवरी 2021 में देश भर में लॉक डाउन लगा हुआ था। और उसी दिन संयोग से दिल्ली में बारिस भी हो रही थे।

और उसी दिन सुबह साथ बजे से पेपर था, कोई गाड़ी और कैब मिल नहीं रही थी।

मैं सालों के तैयारी ऐसे ही बर्बाद नहीं होने चाहता था। मेट्रो स्टेशन तक पहुंचने में मैं पूरी तरह से भीग गया।

उस ठंडी के मौसम में पूरी तरह से भीग जाना और उस भीगे हुए कपड़े में ही 6 घंटे तक एग्जाम देना, बहुत ही तकलीफ भरा रहा।

गौरव कहते हैं कि "मेरे मोज़े तक भीग गए थे। पेपर लिख कर घर पंहुचा तो बुखार आ गया।

परीक्षा लंबी चलती हैं। इस दैरान मैं दूसरे दिन 102 - 103 डिग्री बुखार में पेपर लिख रहा था। वही कई बार खांसी के दौरान मुँह से खून भी आ गया।

परीक्षा ख़त्म तो गई लेकिन बुखार ख़त्म नहीं हुई। बाद में जाँच में पता चला कि मुझे कोविड हो गया हैं।मुझे इसकी उम्मीद बिलकुल भी नहीं थी क्योंकि परीक्षा के तैयारी के दौरान आप कई महीने तक घर से नहीं निकलते हैं। 

आपको बता दे कि गौरव का सलेक्शन IB ( इंटेलीजेंस ब्यूरो) के पद के लिए भी हो गया था। लेकिन गौरव पाण्डेय ज्वाइन ही किया।