आपको जानकर आश्चर्य होगा कि जयगणेश 6 बार UPSC एग्जाम में असफल हुए थे। सातवीं बार सिविल सेवा में 156वीं रैंक प्राप्त कर के खुद को साबित कर दिया।
तमिलनाडु के वेल्लोर जिले के विनवमंगलम नाम गावं में जन्मे थे जयगणेश। जयगणेश की आर्थिक स्थिति बहुत ही ख़राब थी। इनके पिता एक कारखाने में काम करते थे और किसी भी तरह से अपने परिवार का भरण - पोषण करते थे।
जयगणेश को अपने गावं विनवमंगलम से बहुत प्यार था , इसीलिए अपने गावं के दयनीय स्थिति के बारे में हमेशा चिंतन करते रहते थे। जयगणेश अपने गावं के लोगों का मदद करना चाहते थे क्योंकि इस गावं के अधिकतर लोग बेहद ही गरीब थे।
आईएएस जयगणेश को अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए कई अलग - अलग जगहों पर नौकरी करनी पढ़ी। इस दौरान जयगणेश को कई तरह के कठिनाइयों का सामना करना पर रहा था।
जयगणेश 6 बार सिविल सेवा एग्जाम में फेल हो चुके थे लेकिन उन्होंने कभी भी हार नहीं मानी। जयगणेश और उनके परिवार के लिए पारिवारिक दबाव और परेशानी भी पैदा हो गई थी।
सातवीं बार इनकी मेहनत रंग लाई और पुरे भारत में 156 वीं रैंक प्राप्त किये। अपने आप पर विश्वास और कड़ी मेहनत के बल पर 6 बार फेल होने के बाद भी सातवीं बार 156वीं रैंक प्राप्त की और फिर इन्हे एक आईएएस अफसर के लिए चुन लिया।