All Image Credit IAD Deepak Rawat
लेकिन आज के समय में देश के चर्चित जाने माने आईएएस ऑफिसर हैं।
दीपक रावत बचपन से ही पढ़ने लिखने कमजोर छात्र थे। ये बचपन से ही एक कबाड़ी वाला बनना चाहते थे।
एक यूट्यूब चैनल को दिए गए इंटरव्यू में दीपक रावत कहते हैं कि दूसरे बच्चें भी कबाड़ी उठाते थे, उन्हीं बच्चों को देख कर दीपक रावत ने सोच लिया कि मैं भी कबाड़ी वाला बनूँगा।
दीपका रावत डिब्बे, खाली टूथपेस्ट के पैकेट आदि को इकट्ठा कर के दुकान से लगा देते थे।
दीपक रावत आगे कहते हैं कि उन्हें कबाड़ी का पेशा काफी आकर्षक लगता था।
क्योंकि दीपक रावत को लगता था कि उसमे नई - नई चीज़ों को एक्सप्लोर करने का मौका मिलता हैं। रोज नई नई चीज़ें मिलती थी , जगह - जगह जाने का मौका मिलता हैं।
ये सभी बाते दीपक को कबाड़ी के पेशे की ओर आकर्षित करती थी।