चाँद पृथ्वी की चक्कर लगते - लगते पृथ्वी पर जितने भी समुन्द्र हैं उसे अपने नियंत्रण में रखता हैं।
चाँद अपने ग्रुत्वकर्षण बल के मदद से पृथ्वी पर जितने भी समुन्द्र हैं उसे अपने तरफ खींचता हैं। जिससे समुन्द्र में लहरे और तूफान आता हैं।
और इसका कारण हैं पृथ्वी और सूरज की बीच की दुरी। पृथ्वी और सूरज की बीच की दुरी 15 करोड़ 37 लाख 60 हजार किलोमीटर हैं।
इसी कारण से पृथ्वी पर सूरज के गुरुत्वाकर्षण बल का प्रभाव बहुत कम पड़ता हैं। और चाँद एवं पृथ्वी की बीच की दुरी 3 लाख 84 हजार 400 किलोमीटर हैं जिससे पृथ्वी पर चाँद के गुरुत्वाकर्षण बल का प्रभाव ज्यादा पड़ता हैं।
अब सोचो की ब्रह्माण्ड से चाँद गायब हो जाये, चाँद फट जाये तो क्या होगा ? पृथ्वी पर जितने समुन्द्र हैं उसे नियंत्रण कौन करेगा?
जब चाँद का नियंत्रण पृथ्वी के समुन्द्र हट जायेगा तो समुन्द्र में बड़ा तूफ़ान आएगा। जिससे समुन्द्र के पानी समुन्द्र से बहार आ जायेगा, सूखे स्थानों पर आ जायेगा जिस से पृथ्वी पर हाहाकार मच जायेगा, चारो तरफ पानी ही पानी होगा।