
Amit shah biography, Age, Education, Net worth, Wife Name
वर्तमान में अमित शाह के बारे में कौन नहीं जानता है, आज की तारीख में अमित शाह भारत के गृह मंत्री के पद पर काम कर रहे हैं। इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी में नंबर दो के नेता अमित शाह माने जाते हैं। भारतीय जनता पार्टी को विश्व की नंबर वन पार्टी बनाने में अमित शाह की भूमिका अहम है। क्योंकि जब अमित शाह को पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया था तो उनके कार्यकाल में पार्टी लगातार सभी राज्यों में जीत हासिल की।
जिसके बाद ही भारतीय जनता पार्टी का वर्चस्व पूरे देश में स्थापित हुआ। भारतीय जनता पार्टी में अमित शाह का कद प्रधानमंत्री मोदी के बाद नंबर दो पर आता है। अमित शाह को अपने बेबाक बयान और चाणक्य के रूप में जाना जाता है। यही वजह है कि कई लोगों के मन में हमेशा उनके निजी जीवन के बारे में जानने की उत्सुकता तेजी के साथ बढ़ रही है कि अमित शाह कौन है? प्रारंभिक जीवन, शिक्षा, परिवार, राजनीतिक करियर, कुल संपत्ति, सोशल मीडिया हैंडल इत्यादि। अगर आप भी इसके बारे में नहीं जानते हैं तो हमारा आर्टिकल पूरा पढ़े तभी जाकर आपको पूरी बात समझ में आएगी। आइए जानते हैं-
Amit shah biography (अमित शाह जीवन परिचय।)
पूरा नाम | अमितभाई अनिलचंद्र शाह |
जन्म स्थान | मुंबई, महाराष्ट्र, भारत |
जन्मतिथि | 22 अक्टूबर 1964 |
उम्र | 58 वर्ष 2022 के मुताबिक |
शैक्षणिक योग्यता | बीएससी जैव रसायन (बायोकेमिस्ट्री) |
होमटाउन | मेहसाणा, गुजरात, भारत |
पेशा (Occupation) | राजनीतिज्ञ |
राजनीतिक दल | भारतीय जनता पार्टी |
वर्तमान में क्या है | गृहमंत्री |
वैवाहिक स्थिति | शादीशुदा |
अमित शाह का जन्म कब और कहाँ हुआ था? प्रारंभिक जीवन
अमित शाह का जन्म 22 अक्टूबर 1964 में मुंबई में एक गुजराती हिन्दू परिवार में हुआ था। कहा जाता है कि अमित शाह के फैमली गुजरात के मेहसाना गांव से जुड़े हुए है। अमित शाह का लालन-पालन उनके पैतृक गांव में हुआ था। और वहीं पर उन्होंने अपनी शुरुआती शिक्षा पूरी की। अमित शाह का पूरा नाम अमित अनिलचन्द्र शाह है।
अमित शाह की शिक्षा (Amit Shah Education)
अमित शाह की प्राथमिक शिक्षा मेहसाना के स्कूल से हुई थी, इन्होंने अहमदबाद के सीयू शाह साइंस कॉलेज से बायो केमिस्ट्री में स्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण की। अमित शाह ने 14 साल की उम्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) में एक तरुण सेवक के रूप में काम करना शुरू किया। क्योंकि उनके अंदर देश के प्रति काम करने की भावना बचपन काल से ही थी। इसके अलावा कॉलेज के दिनों में वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में भी काम किया करते थे। 1984-1985 में भारतीय जनता पार्टी को उन्होंने आधिकारिक तौर ज्वाइन किया।
अमित शाह का परिवार (Amit Shah Family)
पिता का नाम (Father’s Name) | अनिलचंद्र शाह |
माता का नाम (Mother’s Name) | कुसुमबेन |
पत्नी का नाम (Wife’s Name) | सोनल शाह |
बेटे का नाम (Son’s Name) | जय शाह |
बहन का नाम (Sister’s Name) | अंकिता शाह |
अमित शाह का राजनीतिक करियर (Political career of Amit Shah)
अमित शाह के राजनीतिक करियर के बारे में बात करें तो उनका राजनीतिक करियर काफी सफल और व्यापक रहा है उन सभी चीजों का विस्तार पूर्वक विवरण हम आपको नीचे देंगे आइए जानते हैं-
साल 1983 में आरएसएस (RSS) से जुड़े
साल 1983 में ये अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ गए थे, इसके अलावा RSS में भी उन्होंने काम करना शुरू किया। साल 1986 में ये बीजेपी पार्टी में शामिल हो गए और इन्होंने पार्टी के लिए प्रचार का कार्य करना शुरू कर दिया। साल 1997 में पार्टी की ओर से विधानसभा चुनाव लड़ने का टिकट उन्हें गुजरात के सरखेज क्षेत्र से दिया गया। जहां पर उन्होंने जीत हासिल की और इस सीट से लगातार तीन बार चुनाव जीतकर विधायक बने।
साल 2002 में मिला मंत्री पद
साल 2002 में गुजरात में बीजेपी की सरकार बनी और सरकार में अमित शाह को गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई। इसके अलावा भी कई मंत्रालय उन्हें दिए गए थे। उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी जी थे। साल 2000 में अमित शाह की नियुक्ती अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष के तौर पर हुई।
साल 2014 में किया मोदी के लिए प्रचार
2014 में पार्टी में नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया था। ऐसे में अमित शाह नरेंद्र मोदी के लिए चुनाव का प्रचार का जिम्मेदारी अपने ऊपर ले लिया और उन्होंने पार्टी के लिए चुनाव प्रचार किया। जिसका नतीजा यह हुआ कि पार्टी को 2014 में प्रचंड बहुमत मिला और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नरेंद्र मोदी बने । इसके अलावा अमित शाह ने साल 1991 में हुए लोकसभा चुनावों के दौरान इन्होंने लालकृष्ण आडवाणी के लिए भी चुनाव जीतने की रणनीति तैयार की थी।

साल 2014 में बनें बीजेपी पार्टी के अध्यक्ष
साल 2014 में अमित शाह को पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया और उन्हें पार्टी को चुनाव जिताने के लिए लगातार प्रयास मेहनत किया किया जिसका नतीजा यह हुआ कि बीजेपी के कई राज्यों में सरकार बनी। यही वजह है कि अमित शाह को चाणक्य भी कहा जाता है क्योंकि उन्होंने बीजेपी पार्टी का प्रचार प्रसार कई राज्यों में किया हैं जहां पर बीजेपी न के बराबर थी।
राज्यसभा के हैं सदस्य
2017 में उन्हें राज्यसभा का सांसद बनाया गया जहां पर उन्होंने सरकार की सभी अहम चीजों के बारे में अपनी राय अलग तरीके से रखी और वह हमेशा विपक्ष पर हमला बोलते रहे।
2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी पार्टी को चुनाव जिताने में अमित शाह की भूमिका अहम रही थी और पहली बार ऐसा हुआ कि अमित शाह ने लोकसभा का चुनाव लड़ा। उन्होंने गांधीनगर से लोकसभा का चुनाव राजापुर में प्रचंड बहुमत हासिल हुई थी गांधीनगर बीजेपी पार्टी के कद्दावर नेता लालकृष्ण आडवाणी का चुनावी क्षेत्र था।
जिसके चलते उन्होंने लाल कृष्ण अडवाणी के 4.83 लाख वोट्स का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया। चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक अमित शाह जी ने 69.7 % वोट्स प्राप्त किये थे । यानि इसमें अमित शाह जी को लगभग 8,80,000 वोट्स हासिल हुए हैं। 2019 में बीजेपी पार्टी को लोकसभा का चुनाव जिताने की रणनीति अमित शाह ने बनाई थी।
साल 2019 में अमित शाह बने गृहमंत्री और लोकसभा सदस्य
2019 में बीजेपी पार्टी को प्रचंड बहुमत मिला और उस बहुमत के बाद नरेंद्र मोदी देश के दूसरे बार प्रधानमंत्री बने लेकिन इस बार उनके कैबिनेट में एक चौंकाने वाला फैसला आया जब अमित शाह को नरेंद्र मोदी की तरफ से से देश का गृह मंत्री बनाया गया जो सभी लोगों के लिए 100 चौकने वाला फैसला था। इसके अलावा अमित शाह पहली बार लोकसभा में सांसद के रूप में चुने गए।
काश्मीर में धारा 370 ख़त्म करने का फैसला –
जम्मू कश्मीर में बढ़ते हुए आतंकवाद को रोकने के लिए उन्हेंने से धार 370 को समाप्त करने के लिए संसद में जोरदार बहस की और अपना बिल भी पेश किया। हालांकि इस बिल को भारी बहुमत से पास कर दिया गया। जिसके बाद जम्मू कश्मीर से धारा 370 को समाप्त कर दिया गया गृह। मंत्री के तौर पर सबसे बड़ी उपलब्धि है कि उन्होंने जम्मू कश्मीर से 370 को समाप्त कर जम्मू कश्मीर को भारत के मुख्यधारा में जोड़ने का ऐतिहासिक फैसला किया। जिसके बाद जम्मू-कश्मीर से लद्दाख को भी अलग कर दिया गया। यह महत्वपूर्ण काम देश के गृहमंत्री अमित शाह द्वारा अंजाम दिया गया।
एनआरसी का मुद्दा –
देश में घुसपैठियों की पहचान करने के लिए उनके के द्वारा एनआरसी लाने की घोषणा की गई ताकि देश में जो भी बांग्लादेशी बाहर से भारत में घुसपैठ कर गए हैं उनकी पहचान की जा सके हालांकि एनआरसी का भारत में काफी विरोध हुआ लेकिन इसके बावजूद भी सरकार की तरफ से इस बात के साफ संकेत दिए गए हैं कि बहुत जल्द संसद में एनआरसी का बिल लाया जा सकता है।

नक्सलवादी का मुद्दा –
भारत के कई ऐसे राज्य हैं जहां पर नक्सलवाद तेजी के साथ पनप रहा है और वहां पर उसकी जड़ें काफी गहरी है। विशेषज्ञ छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद को कम करने के लिए अमित शाह के द्वारा कई प्रकार के ऑपरेशन मांग किए गए। ताकि वहां पर नक्सलवाद को रोका जा सके।
इसके लिए अमित शाह ने कहा है कि ऐसे युवाओं को नक्सलवाद से निकाला जाए जो किसी कारण भटक कर नक्सलवाद में चले गए हैं और उनको भी एक नागरिक की तरह जीने के सभी अधिकार सरकार की तरफ से प्रदान किए जाएं ताकि वह देश के विकास में अपनी भूमिका निभा सके। अमित शाह के फैसले के कारण कई युवा नक्सलवाद छोड़कर सरकार के मुख्यधारा में सम्मिलित हो गए।
अमित शाह से जुड़े विवाद (Amit Shah Controversies in hindi
फर्जी एनकाउंटर का आरोप (Fake Encounter Case)
2005 में गुजरात में 1 एनकाउंटर में 3 लोगों को पुलिस ने मार गिराया गया था लेकिन इसका आरोप अमित शाह के ऊपर लगाया गया। क्योंकि हमेशा उस समय गुजरात में गृह मंत्री के पद पर काम करे थे और उनके पीछे सीबीआई भी लगा दी गई थी। हालांकि उनके ऊपर यह आरोप सिद्ध नहीं हो सका।
गुजरात में प्रवेश करने पर लगी रोक
2010 में अमित शाह को पुलिस के द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया। इनके ऊपर हत्या और वसूली करने का आरोप लगाया गया इतना ही नहीं है कोर्ट ने इनको राज्य से बाहर भी निकाल दिया था और राज्य में में प्रवेश करने पर रोक लगा दी गई थी हालांकि 2012 में इनके ऊपर से यह रोक हटा दी गई थी।
गुजरात दंगों के सबूत साफ करने का आरोप
2002 में गुजरात दंगों को लेकर इनके ऊपर आरोप लगाया गया कि यह गुजरात दंगों के सबूत मिटाने का प्रयास कर रहे हैं। इसके अलाव भी आरोप लगा था कि इन्होंने इस केस के गवाहों को उनका बयान बदलने पर मजबूर किया था।
महिला की जासूसी करने का आरोप –
2009 में अमित शाह के ऊपर आरोप लगाया गया कि एक महिला की जासूसी करवा रहे हैं लेकिन अमित शाह ने इस आरोप को सिरे से खारिज किया और कहा कि उनको फसाने की कोशिश की जा रही है। हालांकि अमित शाह के ऊपर आरोप निराधार लगाया गया था क्योंकि इसे कोर्ट में साबित नहीं किया जा सका।
अमित शाह की कुल संपत्ति (Amit Shah net worth)
अमित शाह की कुल संपत्ति के बारे में बात करें तो उनके पास 38 करोड़ से अधिक की संपत्ति है इसमें उनके कई घर और गाड़ियां भी सम्मिलित हैं। अमित शाह को अपनी मां से वसीयत के तौर पर सात करोड़ से अधिक की संपत्ति मिली है। इसलिए हम कह सकते हैं कि अमित शाह के पास संपत्ति अच्छी खासी है।
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अमित शाह की कुल संपत्ति (Amit Shah net worth)
अमित शाह की कुल संपत्ति के बारे में बात करें तो उनके पास 38 करोड़ से अधिक की संपत्ति है इसमें उनके कई घर और गाड़ियां भी सम्मिलित हैं। अमित शाह को अपनी मां से वसीयत के तौर पर सात करोड़ से अधिक की संपत्ति मिली है। इसलिए हम कह सकते हैं कि अमित शाह के पास संपत्ति अच्छी खासी है।
अमित शाह का जन्म कब और कहाँ हुआ था?
अमित शाह का जन्म 22 अक्टूबर 1964 में मुंबई में एक गुजराती हिन्दू परिवार में हुआ था। कहा जाता है कि अमित शाह के फैमली गुजरात के मेहसाना गांव से जुड़े हुए है।