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पिछले कुछ दिनों से chat GPT इंटरनेट पर छाया हुआ हैं । हर कोई जानना चाह रहा हैं कि Chat GPT क्या हैं? क्या यह सच में गूगल को रिप्लेस कर देगा? क्या Chat GPT के आने से ब्लॉगिंग खत्म हो जाएगा? Chat GPT को किसने बनाया? ऐसे बहुत सारे सवाल लोग इंटरनेट पर सर्च कर रहे हैं । आज हम इस आर्टिक्ल आपको विस्तार से Chat GPT के बारे में बताने वाले हैं । अगर यह आर्टिक्ल आपके लिए उपयोगी हैं तो पूरा जरूर पढ़िएगा।

Chat GPT क्या हैं ?
Chat GPT एक आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस सॉफ्टवेर हैं । GPT का पूरा नाम हैं जेनेरेटिव प्रीट्रेन्ड ट्रांसफॉर्मर (Generative Pretrained Transformer) । यह NMS यानि कि न्यूरल नेटवर्क बेस्ड मशीन लर्निंग मॉडल अत्याधुनिक रूप हैं । Chat GPT कुछ इस तरह से बनाया गया हैं कि यह लोगों के हर एक सवालों का जवाब देने में सक्षम हैं । यह AI सीधा आपके सवालों का जवाब देता हैं ।
जैसे आप गूगल पर सर्च करते हो और गूगल अपने सर्च रिज़ल्ट में बहुत सारे आर्टिक्ल या विडियो दिखाता हैं और इन आर्टिक्ल में से आपको कोई एक आर्टिक्ल सेलेक्ट करना होता हैं जहां पर आपके सवाल का सही जवाब होता हैं । लेकिन Chat GPT सीधे आपके सवाल का जवाब देता हैं ।
जेनेरेटिव प्रीट्रेन्ड ट्रांसफॉर्मर (Generative Pretrained Transformer) का क्या मतलब हैं?
आपके दिमाग में यही चल रहा होगा कि जेनेरेटिव प्रीट्रेन्ड ट्रांसफॉर्मर (Generative Pretrained Transformer) का आखिर क्या मतलब होता हैं तो चलिए जान लेते हैं । जेनेरेटिव का मतलब हैं जेनरेट करने वाला या बनाने वाला, प्रीट्रेन्ड का मतलब उसे किसी भी तरह के ट्रेनिंग की जरूरत नहीं पहले से ही एक्सपर्ट बनकर बैठा हुआ हैं और ट्रांसफॉर्मर का मतलब होता कोई भी ऐसा मशीन लर्निंग मॉडल जो दिए हुए टेक्स्ट को बड़े आसानी से समझ लेता हैं।
AI काम कैसे करता हैं (AI kaise kam karta hai)
Chat GPT आपके सवाल का जो जवाब देता हैं जरूरी नहीं कि ओ जवाब सही हो, गलत भी हो सकता हैं । क्योंकि यह एक आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस हैं । जैसे एक छोटे बच्चे को कैसे पता चलता हैं कि ओ जानवर हाथी हैं । बच्चे को बार – बार उस जानवर की फोटो दिखाई जाती हैं और बच्चे को बार – बार बताया जाता हैं कि इस जानवर को हाथी कहते हैं । फिर बच्चे कि दिमाग में यह बात बैठ जाता हैं कि इस जानवर को हाथी कहते हैं ।

ठीक इसी प्रकार आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस (AI) को क्रिएट किया जाता हैं । AI को भी बार – बार एक ही फोटो दिखाया जाता हैं जिससे ओ अपने आप को अच्छे से प्रशिक्षित (trained) कर लेता हैं कि इस जानवर को हाथी ही कहा जाता हैं । अब कोई व्यक्ति AI से हाथी के बारे में पुछेगा या उसका फोटो दिखाएगा तो वह बड़े ही आसानी से उसको पहचान लेगा । लेकिन जरा सोचिए कि अगर इस तरह के आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस को प्रशिक्षित (trained) ही गलत तरीके से दिया जाएगा, गलत जानकारी दी जाएगी तो सही जानकारी नहीं दे पाएगा । इसीलिए AI द्वारा दिए गए जानकारी पर पूरी तरह से विश्वास नहीं किया जा सकता हैं ।
क्या यह सच में गूगल को रिप्लेस कर देगा? क्या Chat GPT के आने से ब्लॉगिंग खत्म हो जाएगा?
क्या सच में Chat GPT के आ जाने से गूगल खत्म हो जाएगा और अगर गूगल खत्म हो गया तो ब्लॉगिंग भी खत्म हो जाएगा ।
गूगल को खत्म करना या रिप्लेस करना इतना आसना नहीं हैं । ये जो GPT का T यानि कि Transformer हैं इसका आविष्कार गूगल के Google Brain कंपनी ने साल 2007 में किया था । 2007 के 8 साल बाद यानि कि 2015 में बनी OpenAI कंपनी जिसने Transformer अप्रोच को लेकर GPT पर काम करना शुरू किया और फिर इसी OpenAI कंपनी ने Chat GPT को लॉंच किया हैं ।
ऐसे में जो लोग ये सोच रहे हैं कि Chat GPT कोई क्रांतिकारी खोज हैं, कोई नई कंपनी नई खोज कर दी हैं जिससे गूगल को खतरा हैं तो ऐसे लोगों को बता दे कि GPT के T का आविष्कार गूगल ने ही किया था । और इस T के बिना Chat GPT कुछ नहीं हैं ।
अब शायद आपको समझ में आ गया होगा कि Chat GPT के आने या न आने से गूगल का कोई नुकसान नही होगा हाँ थोड़ा कम्पटीशन जरूर बढ़ जाएगा । किसी भी चीज के बारे में जानने के लिए कुछ लोग गूगल को use करेंगे तो वही कुछ लोग OpenAI द्वारा बनाया गया Chat GPT को use करेंगे । और अब बात करते हैं ब्लॉगिंग का । तो जब तक गूगल सुरक्षित हैं तब तक ब्लॉगिंग सुरक्षित हैं । क्योकि लोग गूगल पर सर्च करके ही किसी ब्लॉग या किसी वेबसाइट पर जाते हैं ।
Google के पास भी हैं अपना खुद का Chatbot LaMDA?
आगर आपको अभी भी विश्वास नहीं हो रहा हैं तो आपको बता दे कि गूगल ने Chat GPT को कड़ी टक्कर देने के लिए पहले से एकदम Chat GPT जैसा AI बनाकर बैठा हुआ हैं । जिसका नाम हैं LaMDA । LaMDA भी Chat GPT कि तरह ही काम करता हैं । गूगल जानबूझकर अपने Chat Bot LaMDA को लॉंच नहीं करता हैं क्योकि LaMDA को आ जाने से लोग Google को Use करना कम कर देंगे । इसीलिए Chat GPT गूगल के लिए कोई खतरा नहीं हैं ।

Chat GPT का इस्तेमाल कैसे करे (How to use Chat GPT?)
Chat GPT के बारे में इतना सबकुछ जानने के बाद आप भी सोच रहे होंगे कि Chat GPT का इस्तेमाल कैसे किया जात हैं (How to use Chat GPT). तो चलिए जान लेते हैं ।
जैसे आप अपना गूगल अकाउंट बनाते हैं ठीक उसी प्रकार आप ChatGPT पर भी अकाउंट बना सकते हैं । सबसे पहले आपको अपने लैपटाप या फोन में किसी एक ब्राउज़र को खोल लेना हैं । ब्राउज़र खोलने के बाद आपको इस URL को टाइप करना हैं chat.openai.com | इस वेबसाइट पर आने के बाद सबसे पहले आपको अपना अकाउंट बनाना होगा । ईमेल और फोन नंबर से वेरिफ़ाई होने के बाद आपका अकाउंट बन जाएगा । इसके बाद आप बड़े आसानी से Chat GPT का इस्तेमाल कर सकते हैं ।
अगर आपको अभी भी Chat GPT समझ नहीं आया तो आपके लिए एक विडियो हैं जिस विडियो को देखकर बड़े आसानी से Chat GPT को समझ पाएंगे ।
Chat GPT full form
GPT का पूरा नाम हैं जेनेरेटिव प्रीट्रेन्ड ट्रांसफॉर्मर (Generative Pretrained Transformer) ।
जेनेरेटिव प्रीट्रेन्ड ट्रांसफॉर्मर (Generative Pretrained Transformer) का क्या मतलब हैं?
आपके दिमाग में यही चल रहा होगा कि जेनेरेटिव प्रीट्रेन्ड ट्रांसफॉर्मर (Generative Pretrained Transformer) का आखिर क्या मतलब होता हैं तो चलिए जान लेते हैं । जेनेरेटिव का मतलब हैं जेनरेट करने वाला या बनाने वाला, प्रीट्रेन्ड का मतलब उसे किसी भी तरह के ट्रेनिंग की जरूरत नहीं पहले से ही एक्सपर्ट बनकर बैठा हुआ हैं और ट्रांसफॉर्मर का मतलब होता कोई भी ऐसा मशीन लर्निंग मॉडल जो दिए हुए टेक्स्ट को बड़े आसानी से समझ लेता हैं।