सबसे पहले आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। मेरे मन में एक विचार आया जो मैं आप सब के सामने रखने जा रहा हूँ , अगर मैं कोई गलत बात बोल जाऊ , तो माफ़ करना।
अंग्रेजों को माफ़ कभी भी मत करना
चन्दन (एक सैनिक से पूछता हैं ) : मन में विचार ये आया कि अपना देश 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजो के चंगुल से आज़ाद हुआ था , और इसी दिन हमारे वीर स्वतंत्रता सेनानियों ने अंग्रेजों को लात मारकर देश से बाहर किया था , तो इस दिन हमसब क्यों अंग्रेजों का पुतला नहीं जलाते हैं , क्यों हमेशा पाकिस्तान के पीछे पड़े रहते हैं।

वैसे दुशमन तो हमारा चीन भी हैं तो क्या कभी चीन के खिलाफ नारे बाजी करते हो , आपका जवाब होगा नहीं। मैं यह जनता हूँ कि पाकिस्तान का जब से जन्म हुआ तब से ही वह हमारे देश का दुशमन हैं और भारत का पाकिस्तान जैसा दुशमन शायद ही इस पृथ्वी पर कोई होगा। लेकिन 15 अगस्त के दिन पाकिस्तान और चीन की नहीं बल्कि उन अंग्रेजों की पुतलायें जलाई जानी चाहिए।
अंग्रेजों ने हमारे देश पर लगभग 200 सालों तक राज किया , हमारे देश ख़जान को लूट कर अपने को भरा , उन अंग्रेजों ने सिर्फ हमारे देश के वस्तुओं को ही नहीं लुटा बल्कि हमारे देश के औरतों के साथ बलात्कार किया। क्या आपका ख़ून उन अंग्रेजों के लिए नहीं खौलता जिसने आपके देश को तो लुटा ही आपके देश के औरतों के इज्ज़त – आबरू भी लुटा।
पाकिस्तान जब भी कोई गलती करता हैं तो हमारी तीनों सेनाएं थल सेना , जल सेना , वायु सेना मिलकर पाकिस्तना का बैंड बजा ही देती हैं। लेकिन यही काम हमारी सरकार सैनिकों आदेश दे कर ब्रिटेन के लिए करने को क्यों नहीं कहती हैं ।
जब भी मैं अपने देश के गुलमी वाले दिन को पढ़ता हूँ तो मेरा खून खौल उठता हैं। अगर मेरा बस चलता तो मैं उस ब्रिटेन को हमेशा के लिए दुनिया के नक्से से ही गायब कर देता , जिसने सिर्फ मेरे ही नहीं लगभग आधी दुनिया को अपना ग़ुलाम बना के रखा था।
सैनिक (जवाब देता हैं ) : आज के समय में ब्रिटेन हामरे देश के सामने कुछ भी नहीं हैं। लेकिन मैं समझता हूँ जितना हमारा देश मजबूत हैं उतना ही मजबूर क्योंकि हम वसुधैव कुटुम्बकम वाले हैं न , हमारे संस्कृति में धरती को माता कहा गया हैं , इस नाते पृथ्वी पर रहने वाले हर प्राणी अपने सगे सम्बन्धी जैसे हैं ,
इस नाते पुरे पृथ्वी पर रहने वाले लोग हामरे परिवार जैसा हैं। और कोई भला अपने परिवार पर आक्रमण क्यों करेगा। लेकिन अपने ही परिवार का कोई सदस्य ग़लत मार्ग पर चला जाये तो उसे सही मार्ग पर लाना हमारा कर्तव्य बन जाता हैं। जैसे : पाकिस्तान और चीन जैसे देश ग़लत रास्ते पर अग्रसर हैं उन्हें सही मार्ग दिखाना , चाहे किसी भी प्रकार दिखया जाये , हमारा कर्तव्य बन जाता हैं।
लेकिन अंग्रेजों के लिए कभी भी ख़ून ठंढा मत होने देना। भले आप चीन, पाकिस्तान जैसे नीच देश को माफ़ कर भी दो लेकिन ब्रिटेन को कभी भी माफ़ मत करना।
भले आप चीन पाकिस्तान जैसे नीच देश को माफ़ कर भी दो लेकिन ब्रिटेन को कभी मत कारना। अंग्रेजों को माफ़ कभी भी मत करना, तुम्हे भारत माँ के चरणों के सौगंध हैं।
***लेख़क: चन्दन मौर्य ***
Khudiram Bose Biography Hindi me